जिस अयोध्या को राजनेतिक परिदृश्य में अछूत माना जाता था, कोई राजनेता नही जाता था प्रभु के दर्शनों हेतु आज वहां, भारत के प्रधानमंत्री रोड शो कर रहे है... (आखरी पैरा जरूर पढ़ें)
राजनेतिक प्रभाव अपनी जगह है, जिसे आना हो आए, ना आना हो न आए पर आम लोग अयोध्या के अतिउत्साहित है, भावना से भरे हुए है...
संपूर्ण मामले में निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक प्रमुख मुस्लिम पक्षकार थे इकबाल अंसारी वो लाल गुलाब की पंखुड़ियां बरसा रहे है मोदीजी के उपर अयोध्या जी में...
यह अद्भुत है...प्रभु श्री राम की व्यापकता का प्रत्यक्ष उदाहरण है..
पूरे देश में भी 22 जनवरी की जबर्दस्त तैयारियां चल रही है, सभी छोटे बड़े मंदिरो को उत्सवों का केंद्र बनाया जा रहा है, नागरिक अपने घरों में रोशनी की व्यवस्था कर रहे है, दीप प्रज्वलित होंगे, स्थान स्थान पर भंडारों का आयोजन होगा...
अखंड रामायण पाठ, सुंदरकांड के पाठ, बड़ी एलईडी स्क्रीन सारी बुक हो चुकी है....
कल्पना करने से ही मन उल्लासित हो जाता है...
22 को तो अयोध्या में नव विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी परंतु संपूर्ण विश्व के सनातनी जगत पिता का आव्हान कर उन्हे प्रतिष्ठित होने अनुष्ठान करेगा...
भारत के सांस्कृतिक सूर्य के उदय की उल्टी गिनती आरंभ हो चुकी है, 22 जनवरी का सूर्य अपने वंशज प्रभु श्री राम को उनके जन्म स्थान पर 500 वर्षो पश्चात स्थापित होते साक्षी बनेंगे...
मेरे पूज्य पिता जी सहित न जाने कितने लोग इस पल को देखने की अभिलाषा लिए प्रभु के धाम चले गए...हम सब कितने भाग्यशाली है की हम इस महा अनुष्ठान को अपने भौतिक चक्षुओं से दर्शन कर सकेंगे...
है प्रभु राम हम सब आभारी है की आपने हमे यह काल देखने हेतु जीवन दिया... लेकिन ध्यान रहे वहीं पास में दुनिया की सबसे भव्य मस्जिद भी बनने जा रही हैं जिसका उद्घाटन काबा के मौलाना द्वारा होगा.... क्या प्लान है जिया लेके पूरी शंकराचार्य जी ने फैसला में 5 एकड़ मुस्लिम पक्ष को देते ही चेताया था ...
जय जय श्री राम !!
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