2024 के पहले रवीश गैंग का नया नेरेटिव गोदी मीडिया के बाद 'गोदी जनता'
-आजकल रवीश कुमार ने एक नया राग अलापना शुरू कर दिया है और वह राग यह है कि देश के जनता के दिमाग में गोदी मीडिया ने भूसा भर दिया है
-रवीश कुमार जैसे लोग पिछले 10-12 सालों से देश की जनता की दिमाग में यह बात डालने में जुटे हैं कि मोदी सरकार भारत की दुश्मन है भारत को तोड़ना चाहती है लेकिन हर चुनाव में बार-बार देश की जनता ने रवीश कुमार के पूरे गैंग की बातों को नजरअंदाज कर दिया है
-इसलिए रवीश कुमार अपने आप को सही साबित करने के लिए अब यह कहना शुरू कर दिए हैं की गोदी मीडिया ने देश की जनता के दिमाग में भूसा भर दिया है यह खुद को ईमानदार पत्रकार कहते हैं लेकिन दरअसल ये आतंकवादियों के गोदी मीडिया है दरअसल यह पत्रकारिता के तानाशाह हैं जो जनता के मन में अपनी नक्सली जिहादी बातें घुसपैठ करवाना चाहते हैं
-ये लोग जनता को मूर्ख समझते हैं इनको लगता है कि जनता मोदी को चुनकर मूर्खतापूर्ण आचरण कर रही है लेकिन क्या ये इतने भोले भाले हैं कि इनको नहीं पता की जनता इनको समझती है, जनता ही जानती है कि सर धड से जुड़ा के नारों पर रवीश कुमार कोई कार्यक्रम नहीं करता है जनता ये जानती है कि जब कोई दलित मुसलमान के द्वारा मारा जाता है तो रवीश कुमार उस पर कोई कार्यक्रम नहीं करता है जनता जानती है जब हिंदुओं की शोभायात्राओं पर हमले होते हैं तो भी रवीश कुमार सेकुलरिज्म की बातें करते हुए सारा दोष मोदी सरकार और हिंदुओं पर डालने की कोशिश करता है
-रवीश कुमार और उनके पूरे गैंग की मानसिक स्थिति ये है कि इनको लगता है कि जिस नेता को पूरे देश की जनता पप्पू कहती है जिस दिन देश की जनता उसको प्रधानमंत्री बना देगी, उसी दिन रवीश कुमार और उसके गैंग की नजर में भारत की जनता बुद्धिमान हो जाएगी और उसके दिमाग में भूसे की जगह च्यवनप्राश घुस जाएगा
-देश की असली दलालों को पहचाने देश के असली दुश्मन यही पत्रकारिता के तानाशाह है
- रवीश कुमार सर तन से जुदा के नारों पर झूमने वाले कव्वाल हैं
कभी सड़कों पर रवीश कुमार का सर जुदा करने क नारे लगेंगे तो समझ में आएगा कि लोकतंत्र खतरे में कैसे आता है ?