भारत में नारीशक्ति की खूब बात होती है लेकिन वो बात मर्दों की बराबरी करने के नाम पर आकर रुक जाती है जबकि वास्तविकता ये हैं की किसिसे बराबरी करने के स्थान पर अपनी क्षमता नुशारा अपना बेस्ट देने का प्रयास करना चाहिए। आज मर्दों की बराबरी के चक्कर में हमारी नारीशक्ति क्षीण होती जा रही है। ना जाने कौन कौन उन्हें आसानी से अपना शिकार बना लेता है। और इस बात पर समाज को ध्यान देना चाहिए .. शीतल ने भी नारीशक्ति का परिचय दिया है और अपनी क्षमता के अनुशार सभी परेशानियों से लड़ते हुए अपना बेस्ट दिया है.।।।। ये होती है असली नारिशक्ति, वो नहीं जो मर्दों की बराबरी के नाम नंगा नाच करे, शराब , सिगरेट जैसे गलत कामों को अपनाए।
पुरुष कुछ गलत करता है तो उसे रोका जाना चाहिए ना की उसकी बराबरी के चक्कर में उसके साथ मिलकर गलत काम करना चाहिए। नारी जो जाओ जो परिवार को संभाल सकती है लेकिन अब तो बुराइयां हटाने की जगह खुद हो ग्रहण कर रही हैं वर्तमान कथित नारियां
जय शितल देवी 🙏🏼🕉️🚩💐
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