तमिलनाडु की स्टालिन सरकार के नेताओं की सनातन के विरुद्ध बयानबाजी तो हम देख ही चुके हैं लेकिन ये क्या..राष्ट्रीय ध्वज का भी होगा वहां अपमान ? तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश मंत्री एसजी सूर्या ने इस मामले पर ट्वीट किया और कहा कि एक तो पुलिसकर्मी ने तिरंगा ले जाने नहीं दिया और फिर उसे कूड़ेदान में फेंक दिया।
तमिलनाडु में लोगों के मन में हिंदी भाषा के विरुद्ध तो जहर भरा हो जाता है लेकिन क्या हिंदुस्तान के प्रति भी जहर भरा जाता है? एक सब इंस्पेक्टर द्वारा राष्ट्रप्रेमियों से तिरंगा छीन उसे डस्टबिन में डालना ये कोई गलती नहीं ये राष्ट्रद्रोह जैसा अपराध है लेकिन अपमान करनेवाले सब इंस्पेक्टर का केवल ट्रांसफर किए जाने की खबर आ रही है। क्या भारत में अपने ही देश का राष्ट्रध्वज भी नहीं फहराया जाएगा? उसके लिए भी रोकेगा प्रशासन?
23 अक्टूबर को चेन्नई के चेपक स्टेडियम में आयोजित अफगानिस्तान बनाम पाकिस्तान मैच के दौरान ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मी ने भारतीय तिरंगा अंदर ले जाने से मना किया था।
उसने तिरंगा कूड़ेदान में भी फेंका लेकिन आसपास मौजूद लोगों के विरोध के पश्चात उन्हें उठा कर लाया और अपनी गाड़ी में रख लिया। कई फैन्स ने यह भी आरोप लगाए कि उन्हें इस मैच के दौरान तिरंगा स्टेडियम के अंदर नहीं ले जाने दिया गया।
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पुलिसकर्मी द्वारा तिरंगे के अपमान के इस मामले ने सोशल मीडिया पर जोर पकड़ लिया। तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश मंत्री एसजी सूर्या ने इस मामले पर ट्वीट किया और कहा कि एक तो पुलिसकर्मी ने तिरंगा ले जाने नहीं दिया और फिर उसे कूड़ेदान में फेंक दिया। उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से इस मामले पर कार्रवाई करने को कहा।
तमिलनाडु भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने भी इस मामले पर ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि पहले उदय स्टालिन को मैच के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारों से दिक्कत थी और अब ‘तमिलनाडु क्रिकेट असोसिएशन’ ने एक कदम आगे बढ़ कर तिरंगे का अपमान किया। अन्नामलाई ने इस पर कार्रवाई ना होने पर कड़े विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी।
क्रिकेट फैन्स और भाजपा नेताओं के इन आरोपों पर डीएमके समर्थक सफाई पेश करने लगे। ट्विटर पर मौजूद एक पेज ‘द्रविड़ियन इनसाइट्स’ ने दावा किया कि BCCI ने स्टेडियम के अंदर डंडे में लगा हुआ तिरंगा ले जाने पर प्रतिबन्ध लगा रखा है। इसी पेज ने भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष विनोद नेता का फोटो डाला जिसमें वह स्टेडियम के अन्दर झंडा पकड़े हुए खड़े हैं।
हालाँकि, लोगों ने स्पष्ट किया कि भाजपा नेता वहाँ पुलिसकर्मी वाले कांड के बाद पहुँचे थे। इस मामले में पुलिसकर्मी की पहचान कर उस पर कार्रवाई भी की गई है। भाजपा नेता एसजी सूर्या ने बताया कि पुलिसकर्मी की पहचान सब-इंस्पेक्टर नागार्जुन के रूप में हुई है। उन्होंने तिरंगे का अपमान करने वाले का मात्र ट्रांसफर करने और कोई कड़ी कार्रवाई न करने पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर प्रश्न भी उठाए।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि पुलिसकर्मी को कंट्रोल रूम में ट्रांसफर कर दिया गया है। तमिलनाडु पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि स्टेडियम के अन्दर तिरंगा ले जाने पर कोई रोकटोक नहीं थी। फैन्स को अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत का झंडा ले जाने की अनुमति दी गई थी।