बहादुरी की मिसाल पेश करती दो भारतीय मूल की नर्सें सबिता और मीरा जो की इजराइल के बॉर्डर पर एक वृद्ध इजराइली महिला की देख भाल करती है। आपको बता दे कि यह दोनों नर्सें इजराइल और हमास के बिच शुरू हुए हमले में 7 अक्टूबर के दिन अपनी केयर टेकर इजराइली वृद्ध महिला को बचाने के लिए घर में बने सेफ हाउस के दरवाजे पर तब तक लटकती रही जब तक हमास के आतंकी हमलावरों ने सेफ हॉउस के दरवाजे पर गोलिया चलानी बंद नहीं की। इन दोनों भारतीय महिलाओं ने डटकर हमास के आतंकियों का सामना किया व उन्हें सेफ हॉउस का दरवाजा खोलने ही नहीं दिया।
क्या है मामला ?
7 अक्टूबर के दिन इजराइल के सीमा बॉर्डर पर हमास के आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस दौरान वह रहने वाले लोगो को मार घरों को लूट था। आपको बता दे कि किबुत्ज की सीमा पर हुए रहने वाली एक इजराइली वृद्ध महिला राहील के घर पर हमास के आतंकियों ने हमला कर दिया था।
उस वक्त वहां महिला की देख -भाल करने के लिए दो भारतीय नर्स सबिता और मीरा मौजूद थी। तक़रीबन शाम के 6 :30 पर घर में हमास के आतंकी दाखिल हुए और उन्होंने घर के अंदर ही गोली बरी चालू कर दी व पुरे घर में थोड़ -फोड़ मचा दिया।
आपको बता दे के इजराइल के सीमा पर घर बने होने की वझे से घेरों में एक सेफहाउस भी बनवाया जाता है ताकि कोई भी जानलेवा हमला हो तो सेफहाउस में जा कर खुद को बचाया जा सके।
हमास के ताबड़ -तोड़ हमलों के बिच आतंकी सेफ हाउस के काफी नजदीक आगये थे दोनों नर्सों ने आगे -पीछे के दरवज्जो को पहले बंद कर दिया इसी दौरान वृद्ध महिला राहिल की बेटी का फोन अत है व, वो दोनों नार्ट्सन और महिला को सेफहाउस में जाने के लिए बोलती है व उन्हें ये भी बताती है की हालत उनके काबू में नहीं है। दोनों नर्स वृद्ध महिला को लेकर सेफहाउस में ही रहती है।
इस बिच घर में दाखिल हुए हमास के आतंकियों ने सेफहाउस के सामने आकर गोलियां दागनी शुरू कर दी व दोनों नर्सें नो बहादुरी के साथ हमास के आतंकियों का सामना किया व तब तक सेफहाउस के दरवाजें पर लटकती रही जब तक की आतंकी घर से चले नहीं गए। दोनों नर्सों सबिता और मीरा की निडरता को देखते हुए भारत में उन्हें सुपरविमेन कहा गया है।