अमेरिका के विश्व प्रसिद्ध हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में कुछ छात्र संगठनों ने हमास के समर्थन में रैली निकाली...
फिर अमेरिका के CEO संगठन, जो अमेरिका की टॉप 1000 कंपनियों के CEO का संगठन है... उन्होंने ऐलान कर दिया कि हम इन छात्रों की पहचान कर रहे हैं, और हम इन्हें अपनी कंपनी में नौकरी नहीं देंगे और इनको ब्लैक लिस्ट कर देंगे.
इस ऐलान से हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों के होश उड़ गए और अब सब माफी माँग रहे हैं.
ये खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है सही ना भी हो तो भी।क्या भारत की कंपनियाँ कभी जेएनयू, जामिया, AMU जैसी यूनिवर्सिटीज़ के छात्रों की देश विरोधी नारेबाजियों के खिलाफ ऐसा कड़ा मैसेज देना चाइए कि इन यूनिवर्सिटियों के छात्रों को हम नौकरी नहीं देंगे.
अगर ऐसा मैसेज दिया जाता है तो इन यूनिवर्सिटियों से को देशविरोधी हरकतें होती नजर आ रही हैं उनमें बड़े स्तर पर कमी आयेगी।

