आजतक केवल हिंदुओं में ही जातिवाद सुना होगा, क्योंकि सुनियोजित एजेंडे के तहत हिंदुओं को राजनीतिक जातिवाद का शिकार बनाया गया, लेकिन अब एक मुस्लिम छात्रा को उसके जी समुदाय के लोगों ने जाति को लेकर इतना प्रताड़ित किया की छात्रा को आत्महत्या करनी पड़ी...
मामला उत्तर प्रदेश के बाराबंकी का जहां एक मुश्लिम छात्रा को उसके ही समुदाय के लोगों ने प्रताड़ित किया जिस कारण छात्रा ने आत्महत्या कर ली। आरोप है की अजीमुद्दीन अशरफ इस्लामिया इंटर कॉलेज को टीचर ने मृतक छात्रा को मुस्लिमों में "नीची जाती" की बताकर ताना मारा , इतना ही नहीं छात्रा के चरित्र पर भी कीचड़ उछाला। ये खबर मुसलमानों में जातिवाद की एक सच्चाई है..जिसे हमेशा छुपाया जाता है
Opindia की रिपोर्ट विस्तार से Break के बाद..👇
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मामला बाराबंकी के कोतवाली नगर थाना क्षेत्र का है। कस्बा त्रिलोकपुर बाराबंकी की मूल निवासिनी व मृतका सहित 2 बच्चियों की अम्मी नसरीन बानो ने इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई है। शिकायत के मुताबिक, विदेश में कमाई करने के दौरान उनके शौहर की 28 जून, 2018 को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। घर में कमाई करने वाला कोई न होने के चलते पीड़िता का परिवार भुखमरी के कगार पर पहुँच गया। इन हालात में भी दोनों बेटियों को पढ़ाने का जज्बा पाले नसरीन ने साल 2022 सत्र में शहर के अजीमुद्दीन अशरफ इस्लामिया इंटर कॉलेज में उनके एडमिशन क्रमश कक्षा 9 व 6 में करवाए।
शिकायत में आगे बताया गया है कि 27 मई, 2023 में स्कूल की टीचर वस्फी खातून ने पीड़िता की बड़ी बेटी को कम फीस लाने के लिए पूरी क्लास के आगे बेइज्जत किया। इस दौरान खातून ने छात्रा के लिए ‘फटीचर’ जैसे शब्द का इस्तेमाल किया। जब पीड़िता ने घर में आकर ये सब बताया तो छात्रा की अम्मी ने स्कूल जा कर बेटी को परेशान न करने की गुजारिश की। 23 जुलाई, 2023 को एक बार फिर से वस्फी खातून ने उसी छात्रा के साथ पुरानी हरकत की, जिस पर छात्रा के चाचा ने स्कूल में जा कर मिन्नत की। आरोप है कि इस बात से चिढ़ कर टीचर खातून ने छात्रा को टारगेट ही बना डाला था।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि स्कूल में होने वाली प्रताड़ना की शिकायत उनकी बेटी लगातार घर पर कर रही थी। एक दिन वस्फी खातून ने कहा, “तुम देहाती लोग गाँव से आ कर तेली, कबाड़ी, जुलाहा की जगह खान पठान बन जाती हो। आधार कार्ड में खान डलवाने से ऊँची जाति की नहीं बन सकती। अगर खान होती तो टीसी में बानो क्यों दर्ज होता?” आरोप है कि इन बातों से छात्रा काफी आहत हुई। 4 अगस्त, 2023 को वस्फी खातून ने एक बार फिर किसी बात के लिए छात्र से पैसे माँगे, जिसे न दे पाने पर ताने सुनाए गए। इसी दिन छात्रा को होमवर्क के बहाने क्लास के बाहर खड़ा कर दिया गया।
4 अगस्त को ही छात्रा ने घर लौटने के बाद पंखे में फाँसी का फंदा लगा कर आत्महत्या कर लिया। मृतका की मौत के बाद कई दिनों तक स्कूल का ही एक अन्य टीचर तौहीद छात्रा को बदनाम करता रहा। उसने मृतका के किसी अन्य छात्र से दोस्ती की अफवाह उड़ाई। इस अफवाह को उड़ाने में वस्फी खातून ने भी सहयोग किया। 12 अगस्त, 2023 को जब मृतका की माँ अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ इन चारित्रिक आरोपों को बंद करने की माँग के साथ स्कूल गई तो एक बार फिर से टीचर वस्फी खातून ने लड़की को ‘नीची जाति’ का बोला।
पीड़िता ने टीचर तौहीद और वस्फी खातून के खिलाफ 17 अगस्त, 2023 को ही पुलिस में शिकायत दी थी। हालाँकि, आरोपितों पर फौरी तौर पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। 29 अगस्त, 2023 को पुलिस ने वस्फी खातून और तौहीद पर IPC की धारा 306 के तहत केस दर्ज कर लिया है। मामले की जाँच की जा रही है। ऑपइंडिया ने मृतका के चाचा सदरुद्दीन से बात की। सदरुद्दीन ने हमें बताया कि आज कल के दौर में ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं जहाँ वस्फी खातून जैसी सोच के लोग जाति के नाम पर किसी को मरने तक प्रताड़ित करते हैं।
सदरुद्दीन ने यह भी बताया कि अभी तक दोनों आरोपितों में से किसी भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।