कभी किसी ने नहीं सुना होगा कि मुसलमानों के जुलूस आदि पर कभी हिंदुओं ने पथराव किया हो या उन्हें रोकने की कोशिश की हो लेकिन हिंदुओं के त्योहार पर आए दिन कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा हमला किया जाता है। फिर भी भाईचारे का पाठ केवल हिंदुओं को ही सिखाया जाता है... क्या ये सब देखते हुए भी अब यह भाई "चारे" वाला ढोंग बंद कर हिंदुओं को अपने त्योहार, अपने परंपराओं , अपनी रैलियां, जुलूसों आदि की सुरक्षा पर गंभीरता से विचार नहीं करना चाहिए? Source: पांचजन्य
एक तरफ भाईचारे और शांतिप्रियता की बात करते हैं और दूसरी तरफ छोटी-छोटी बातों पर दंगे करते हैं, पथराव करते हैं, आगजनी करते हैं, हिंदुओं के त्यौहार, हिंदुओं की शोभायात्राओं को बाधित करते हैं लेकिन फिर भी समाज का एक तबका हमेशा हिंदुओं को ही दोषी करार देता है! पुलिस प्रशासन भी हिंदुओं की सुरक्षा नहीं कर पाता। अपितु कई मामलों में तो हिंदुओं को दोषी मानकर उन पर तुरंत कार्यवाही कर दी जाती है। इन समस्याओं का समाधान बस यही है कि हिंदू संगठित हो जाए हिंदू अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद उठाएं और संविधान भी तो सबको आत्मरक्षा का अधिकार देता है। आखिर कब तक इन कट्टरपंथियों के शिकार बनते रहेंगे? कब तक अपने त्यौहार अपनी परंपराओं अपने देवी देवताओं का अपमान सहते रहेंगे?
गुरुवार शाम को नगर में अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के लिए झांकियां निकाली जा रही थीं। नगर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ जुलूस रात करीब 12 बजे शहर के बड़पुरा मोहल्ले में पहुंचा। आरोप है कि तभी कट्टरपंथियों ने जुलूस पर पथराव कर दिया। एकाएक पथराव से जुलूस में अफरातफरी मच गई। सूचना मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंच गए। इसके बाद भी उपद्रवी नहीं माने और घरों की छतों से पथराव जारी रहा और देखते ही देखते क्षेत्र में तनाव फैल गया। इस पर पुलिस बल ने बल का प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रण में किया गया। इस पथराव में पुलिसकर्मियों सहित आठ लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
जानकारी मिलते ही धार से पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह भी देर रात कुक्षी पहुंच गए और मामले की जानकारी ली। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। शुक्रवार को सुबह से पूरे कुक्षी नगर में सन्नाटा पसरा हुआ है। भाजपा की पूर्व मंत्री रंजना बघेल और भाजपा से क्षेत्रीय उम्मीदवार जयदीप सिंह पटेल भी रात में ही मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने प्रशासन से आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की, साथ ही उन्होंने पूरे घटनाक्रम को षड्यंत्र करार दिया है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि पूरे इलाके में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। तनाव को देखते हुए नगर में पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि इस घटना के जो भी दोषी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने जिले वासियों से भी अनुरोध किया कि किसी भी प्रकार की भड़काऊ बयानबाजी से दूर रहें। बताया जा रहा है कि जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हैं, वे घर से फरार हैं।