The kerala story तो आपने देखी होगी या उसके बारे में सुना अथवा पढ़ा होगा, अब मामला महाराष्ट्र के अहमद नगर से सामने आया जहां एक नाबालिक ने 8 लोगों पर प्यार के जाल में फँसाकर धर्मांतरण के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। आरोपितों की पहचान आवेज निसार शेख, कैफ शेख, सोहेल शेख, हिना शेख, अलीशा शेख, सलीम पठान, अल्ताफ शेख और शाकिर सैय्यद के रूप में हुई।
पूरे धड़ल्ले से जेहाद आगे बढ़ रहा है , जेहादी अलग अलग हाईटेक तकनीकी से अपने कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं और हिंदू स्लीपिंग 📳 में हैं, वो केवल दूसरों के भरोसे जी रहे हैं, और कुछ गड़बड़ होती है तो सरकार, प्रशासन, संगठन आदि को दोष देकर इतिश्री कर ली रहे हैं।
अहमदनगर जिले के राहुरी इलाके के उम्ब्रे गाँव का है। पुलिस को दी शिकायत में 10वीं की पीड़िता ने कहा है कि वह अपने दोस्तों के साथ हिना शेख के पास ट्यूशन पढ़ने जाती थी। इस दौरान वह ट्यूशन में मुस्लिम लड़कों को बुलाती थी। छात्राओं से मुस्लिम लड़कों से दोस्ती करने और हिंदी में बात करने को कहती थी।
पीड़ित लड़की ने अपनी शिकायत में बताया है कि आरोपित लड़कों का ट्यूशन से कोई लेना-देना नहीं था। लेकिन हिना शेख उन्हें हिंदू लड़कियों के साथ ट्यूशन में बैठाती थी। यही नहीं हीना छात्राओं को मुस्लिम लड़कियों की तरह रहने और बुर्का पहनने को भी कहती थी। वह यह भी चाहती थी कि छात्राएँ चूड़ियाँ पहनना बंद कर दें और अपने माथे पर कुमकुम न लगाएँ।
पीड़िता ने बताया है, “एक दिन जब मैं घर जा रहा थी तब आवेज ने मुझे रास्ते में रोका और कहा कि वह मुझे पसंद करता है। वह महिलाओं के प्रति बहुत सम्मान दिखाता था। इसलिए मैंने उससे दोस्ती कर ली। इसके बाद अचानक ही उसने मेरे भाई से भी मिलना शुरू कर दिया और मेरे घर आने-जाने लगा। इसके बाद उसने कहा कि वह मुझसे प्यार करता है और मेरा बिना नहीं रह सकता। मैं उस पर विश्वास करने लगी थी। इसी दौरान एक दिन आवेज ने मुझसे कहा कि मैं इस्लाम अपना लूँ और उसके साथ भाग जाऊँ।”
पीड़ित लड़की का कहना है कि आवेज उससे कहता था कि उसके रिश्ते के बारे में गाँव के कई मुस्लिम लोगों को पता है और वह उसकी हर तरह से मदद करने को तैयार हैं। पीड़िता का कहना है, “वह चाहता था कि मैं किसी तरह हाँ कर दूँ। लेकिन मैं उसकी बात मानने को तैयार नहीं हुई। इसके बाद मुझे बताया गया कि उसने अपना हाथ काट लिया है और मुझ पर उससे बात करने और धर्मांतरण का दबाव डाला गया।”
एफआईआर में यह भी कहा गया है कि आरोपित आवेज ने अपनी बहन अलीशा से पीड़ित लड़की को समझाने के लिए कहा था। वह सब कुछ जानती थी। इसलिए उसने पीड़िता से मिलकर उसे समझाया और कहा कि आवेज प्यार में पागल है। यदि वो नहीं मानी तो वह मर जाएगा। इसके बाद आवेज पीड़ित लड़की को उसकी फोटो के जरिए ब्लैकमेल करने लगा। पीड़िता ने आगे कहा है, “इसी दौरान एक दिन मैंने ट्यूशन में देखा कि आवेज को मेरा अपहरण करने के लिए कैफ और सोहेल उकसा रहे थे। उन लोगों ने कहा कि वे पैसे और घर उपलब्ध करा देंगे। जब मैंने ये बातें सुनीं तो डर गई और आवेज से बात करना बंद कर दिया। लेकिन आवेज मुझे इंस्टाग्राम पर मैसेज करता रहा।”
यह छात्रा 2021 से हिना शेख के पास ट्यूशन पढ़ने जा रही थी। उसने हिना का असली चेहरा सामने आने के बाद अब ट्यूशन जाना बंद कर दिया है। पीड़ित लड़की के साथ पढ़ने वाली एक अन्य लड़की ने भी आवेज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद पीड़िता ने अपने घर वालों को मामले की पूरी जानकारी दी और उसने 26 जुलाई 2023 को FIR दर्ज कराई। सूत्रों के अनुसार ट्यूशन में पढ़ने वाली 3-4 लड़कियों ने आवेज पर प्रेम जाल में फँसाने और फिर धर्मांतरण के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। ऑपइंडिया को एफआईआर की 3 अलग-अलग कॉपियाँ मिली हैं। इनमें 3 पीड़ित लड़कियों ने कहा है कि आवेज ने पहले उन्हें प्रेमजाल में फँसाया और फिर अपने दोस्तों के साथ मिलकर उनके अपहरण की योजना बनाई।
यह भी सामने आया है कि ट्यूशन टीचर हिना शेख हिंदू लड़कियों की फोटो हासिल करने में भी मुस्लिम लड़कों की मदद करती थी। बाद में फोटोज से छेड़छाड़ कर उनके जरिए हिंदू लड़कियों को मुस्लिम लड़कों के साथ संबंध बनाने के लिए ब्लैकमेल किया जाता था। एक पीड़ित लड़की ने कहा है कि अब तक 7-8 लड़कियाँ आरोपितों की शिकार बन चुकी है। हालाँकि अब तक केवल 3 लोगों ने ही शिकायत दर्ज कराई है।
महाराष्ट्र विधान परिषद में भाजपा के प्रसाद लाड ने यह मुद्दा उठाते हुए आरोपितों पर कार्रवाई की माँग की। उन्होंने कहा है कि इस मामले में आवाज उठाने वाले हिंदुओं और स्थानीय लोगों को बेरहमी से पीटा गया है। इसका सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध है। वहीं इस मामले में एक आरोपित सलीम पठान ने कथित तौर पर 25 हिंदुओं पर मस्जिद में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। हिंदुओं का दावा है कि उन्हें झूठे केस में फँसाया जा रहा है। वह तो सिर्फ यह सवाल करने गए थे कि हिंदू लड़कियों को क्यों फँसाया गया और मस्जिद ले कर क्यों गए।
मूल रूप से यह रिपोर्ट सिद्धि सोमानी ने अंग्रेजी में लिखी है। विस्तार से इसे आप इस लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं