वैसे ये मामला जब सुप्रीम कोर्ट में गया तभी लोग समझ गए थे की अब राहुल गांधी का काम हो जायेगा। लोगों ने ऐसा क्यों सोचा ये तो आप खुद सोचिए लेकिन जो लोगों ने सोचा वो अब सच हो गया। राहुल गांधी पर माननीय सुप्रीम कोर्ट की कृपा दृष्टि पड़ी और गुजरात कोर्ट आदि द्वारा निश्चित की गई सजा पर रोक लग गई। अब राहुल गांधी संसद में जाकर पुनः अपना काम शुरू कर सकते हैं।
सिद्ध है की बड़े लोगों को इतना आसान नहीं होता सजा मिलना, यहीं कोई छोटा मोटा व्यक्ति होता तो वो तो सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच भी नहीं पाता इतनी जल्दी। करोड़ों केसेस पेंडिंग पड़े हैं लेकिन राहुल बाबा VVIP हैं तो इनके केस सभी लाइनों को तोड़कर आगे बढ़े और देखो सजा की भी बत्ती बन गई। "कानून सबके लिए समान है" जय हो भारत का "समान" कानून।
कांग्रेस और राहुल गांधी के लिए शुक्रवार का दिन शुभ समाचार लेकर आया. मोदी सरनेम केस में सूरत की निचली अदालत ने राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई थी. सूरत कोर्ट के इस फैसले के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता चली गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने अब राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने के साथ ही सुनाई गई सजा पर भी रोक लगा दिया है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जब तक राहुल गांधी की याचिका पर सुनवाई पूरी नहीं हो जाती तब तक दोषसिद्धि पर रोक रहेगी. सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को अधिकतम सजा सुनाए जाने पर भी सवाल उठाए हैं. सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी और विपक्षी गठबंधन के लिए भी कई मायनों में अहम है.
बहाल होगी राहुल की संसद सदस्यता
राहुल गांधी को सूरत की निचली अदालत से दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया था. लोकसभा सचिवालय ने आदेश जारी कर दो साल की सजा सुनाए जाने के ग्राउंड पर राहुल गांधी को संसद की सदस्यता समाप्त कर दिया था. केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सांसद रहे राहुल गांधी को सुनाई गई सजा के साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने दोषसिद्धि पर भी रोक लगा दी है.