विश्व हिन्दू परिषद के नेता विनोद बंसल का बयान भी आ गया है। उन्होंने सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए बृजमण्डल शोभायात्रा को प्रतीकात्मक रखने का संकेत दिया है। विनोद बंसल ने लिखा, “हमारे नेता (आलोक कुमार) नल्हड़ मंदिर पहुँचने वाले हैं और वह वहाँ वह ‘जलाभिषेक’ करेंगे। हिंदू समुदाय के प्रतिनिधि भी उनके साथ होंगे… कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए सरकार और G-20 की तैयारियों के बीच हमने यात्रा को प्रतीकात्मक रूप से पूरा करने का फैसला किया है।”
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बता दें कि इससे पहले हरियाणा के IG (दक्षिण रेवाड़ी रेंज) राजेंद्र कुमार ने भी कहा था कि विश्व हिंदू परिषद को यात्रा न निकालने के लिए समझाया जा रहा है। वहीं, विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने बयान दिया था, ‘अभिषेक यात्रा 28 को ही यानी सावन के अंतिम सोमवार को निकाली जाएगी। यह तीर्थ यात्रा है और इसके लिए किसी इजाजत की जरूरत नहीं होती।” जिसे अब उन्होंने अपने नए बयान में प्रतीकात्मक रखने का निर्णय लिया है। उनके बयान के अनुसार अब सिमित संख्या में ही श्रद्धालु नल्हड़ मंदिर जाकर जलाभिषेक करेंगे।
ये है भारत में हिंदुओं की स्थिति के वो खुलकर अन्य धार्मिक यात्राएं भी नहीं कर सकते... सरकार और प्रशासन भी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते, वो कुछ कर सकते हैं तो हिन्दुओं पर अन्याय .. और हरियाणा में यही हुवा है।
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से हिंदू समाज निवेदन करता है की राज्यों के लिए योगी, हेमंता जैसे नेतृत्व चुने, खट्टर जैसे नहीं... अन्यथ चुनाओ में परिणाम भाजपा को भुगतने होंगे।
राजस्थान में जो नारा लगा था वो और उसका परिणाम तो भाजपा को याद हो होगा "मोदी तुझे बैर नहीं, वसुंधरा तेरी खैर नहीं"
अब हरियाणा के लिए जो सकता है "मोदी तुझे से बैर नहीं, खट्टर तेरी खैर नहीं"