देवकीनंदन ठाकुर जी लंबे समय से बता रहे हैं की दुष्ट मुगल आरती ने मथुरा कृष्ण मंदिर को तोड़कर मूर्तियां जामा मस्जिद की सीढ़ियों में लगवा दी थी। देवकीनंदन जी लगातार आवाज उठा रहे हैं उन सीढ़ियों से भगवान की मूर्तियां निकालने के लिए, अब पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी का भी का मुहिम में उन्हें साथ मिला है।
वृंदावन में देवीकीनंद ठाकुर जी द्वारा आयोजित रुद्राभिषेक कार्यक्रम में बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी सम्मिलित हुए और वहाँ उन्होंने कहा है, “हमारे हिसाब से जिस तरह विश्वनाथ जी के मंदिर का कार्य हुआ है, वैसे ही यहाँ भक्तों के लिए बाँके बिहारी का कार्य अगर हो जाए तो बहुत प्रसन्नता होगी।”
उनसे पूछा गया कि कृष्ण भक्तों को और कितना इंतजार करना पड़ेगा? जामा मस्जिद की सीढ़ियों से भगवान कब आएँगे? इस पर उन्होंने कहा, “बहुत जल्द। हमारे दादा भइया लगे हैं। भगवान महादेव के पार्थिव शिवलिंग का यह अनुष्ठान और अष्टोत्तर सद्पाठ श्रीमद्भागवत का मूल पाठ ब्राह्मणों द्वारा इसलिए ही करवाए जा रहे हैं, ताकि भगवान कन्हैया जल्द से जल्द बाहर निकलकर आएँ और सबकी आँखें राम मंदिर की भाँति खुल जाएँ।”
कृष्ण जन्मभूमि में सहयोग को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि वह पूरा सहयोग करेंगे और सबसे आगे रहेंगे। मथुरा में भगवान के संबंधित साक्ष्यों के सवाल पर उन्होंने कहा, “सब ठाकुर जी की लीला है। समय चक्र है। अब हिंदू जाग रहे हैं। सभी कृष्ण भक्त एकत्रित हो रहे हैं। बृजवासी भी एकत्रित हो रहे हैं। पूज्य ज्येष्ठ भ्राताश्री (देवकीनंदन ठाकुर) के नेतृत्व में सब संतों के आशीर्वाद से बहुत जल्द यह इंतजार खत्म होने वाला है।”
गौरतलब है कि इससे पहले 15 अप्रैल 2023 को देवकीनंदन ठाकुर ने कहा था कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर के साथ मिलकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा। इस आंदोलन में युवाओं की भूमिका अहम होगी। आंदोलन ब्रज भूमि से शुरू होकर आगरा, कानपुर, प्रयागराज होते हुए पूरे देश में पहुँचेगा। इसकी रूप रेखा तैयार कर ली गई है।
उन्होंने कहा था कि श्रीकृष्ण का मंदिर तोड़कर उनकी मूर्तियाँ आगरा की शाही जामा मस्जिद लाई गई थीं। इसके बाद प्रतिमाएँ मस्जिद की सीढ़ियों में चुनवा दी गई थीं। यह जानते हुए भी लोग मौन हैं। कोर्ट व नेताओं से अपील करेंगे कि उन सीढ़ियों को खुदवाकर मूर्तियाँ निकलवा ली जाएँ। उन्होंने कहा था कि इस कार्य में मस्जिद को कोई नुकसान नहीं होगा