मामला उसे शहर से है जो सफाई के मामले में पूरे देश में नंबर वन आता है और वह सफाई के मामले में नंबर वन भी इन्हीं सफाई कर्मियों की मेहनत के कारण आता है परंतु यह मौलाना साहब वहां भी अपनी कट्टरपंथी सोच की गंदगी फैला रहे हैं और इन सफाई कर्मियों की नजरों में गंदगी खोज रहे हैं।
मौलाना शादाब वायरल वीडियो में कह रहा है, “अब चंदन नगर में तमाशा नहीं होने देकेंगे। न हम अपनी बहन-बेटी, बच्चियों को सुबह कचरा डालने देंगे। उससे कहेंगे कि हम पैसा भरते हैं और कचरे का टैक्स भरते हैं। तो तेरे मुँह पर और महीने के 60 रुपए मारेंगे, 2 रुपए रोज, लेकिन कचरे की डलिया तू उठाकर डालेगा। हमारी बहन-बेटियाँ गाड़ी में कचरा नहीं डालेंगी।”
वह आगे बोलता है, “मैंने देखा है कि भाभी, माँ या जवान बेटियाँ गाड़ी में कचरा डालती हैं तो उनकी कमीज ऊपर हो जाती है और उनका पेट नजर आता है। ये गंदी नीच नजर वाले उनको घूर कर देखते हैं। सोचिए हमारी बहू, बेटी, माँ का नाखून भी कोई गैर व्यक्ति देखें तो…।”
आपको पता ना हो तो बता दें कि कश्मीर में भी इसी प्रकार वाल्मीकि समाज का अपमान किया जाता था सफाई कर्मियों का अपमान किया जाता था उन्हें केवल और केवल सफाई के काम तक सीमित रखा जाता था।
वीडियो वायरल होने के बाद मौलाना शादाब ने माफी माँगी है। माफी माँगते हुए एक वीडियो मैसेज में कहा कि वायरल वीडियो पिछले साल की है। मैं महिलाओं को समझा रहा था कि वे कचरा खुद से गाड़ी में न डाले। इस दौरान ये शब्द मैंने जानबूझकर नहीं कहे थे। इससे सफाई कर्मियों को जो दुख हुआ है, उसके लिए मैं शर्मिंदा हूँ। वहीं वाल्मीकि समाज के लोग कार्य बहिष्कार की बात कहते हुए उसकी गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं। इस मामले में सफाई कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष सुभाष धौलपुरी की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
हमारी सरकार से विनती है कि ऐसे लोगों को माफी नहीं अपितु ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही की जाए ताकि इस प्रकार की सोच रखने वाले लोगों को सबक मिले और भविष्य में ऐसे घटिया बयान देने के पहले 1000 बार सोचें