Rss पर हमले आए दिन होते रहते हैं, rss और हिंदू विरोधियों का तो काम ही वही है और वो अपना काम तो करेंगे ही । हाल ही में गुरु गोलवलकर जी को लेकर भी आपत्तिजनक पोस्ट फैलाई गई थी और इस काम में कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंग भी सम्मिलित था।
Rss के ऊपर कीचड़ उछालने वाले हिंदू और हिंदू राष्ट्र पर भी उनके माध्यम से हमला करते हैं लेकिन विश्व का सबसे बड़ा संगठन RSS इन मक्कार लोगों पर कार्यवाही नहीं करवा पाता जिस कारण ये बार बार ऐसी हरकत करते हैं। RSS को चाहिए की ऐसे लोगोंको विरुद्ध वो कठोर कार्यवाही करवाई ताकि भविष्य में ऐसी हरकतें रुकें... लेकिन ना जाने क्यों ऐसा नहीं किया जाता।
JNU छात्र संघ की अध्यक्ष और वामपंथी नेता आईसी घोष ने भी इसी पर आधारित एक तस्वीर शेयर की, जिसमें संघ की वेशभूषा में एक व्यक्ति को लाठी के साथ देखा जा सकता है और एक लड़की को क्रॉस पर लटकाया गया है। साथ ही इसमें ‘हिन्दू राष्ट्र’ लिख कर तंज कसा गया है। इसी तरह, कई वामपंथी हैंडल इस तरह की तस्वीरों को शेयर करने में लगे हुए हैं।
इसी तरह, सुभाषिनी अली कानपुर से सांसद रहीं वामपंथी नेता सुभाषिनी अली ने भी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि ये मणिपुर के आरोपित हैं, इन्हें इनकी कपड़ों से पहचानिए। हालाँकि, जब लोगों ने उन्हें सच्चाई के बारे में बताया तो उन्होंने बाद में लिखा कि ये सही नहीं है। साथ ही माफ़ी माँगने की भी बात कही। लोगों ने पूछा कि आखिर ये वामपंथी नेता इतना झूठ फैलाने में क्यों लगे हुए हैं?
ये लोग ऐसी हरकतें करते हैं फिर माफी मांग कर छूट जाते हैं और फिर इनपर कोई कार्यवाही नहीं होति जिस कारण ये पुनः कोई न कोई ऐसी हरकत कर अपना एजेंडा आगे बढ़ाते हैं।
इतना ही नहीं, ये दावा व्हाट्सएप्प पर भी तेजी से वायरल होने लगा। इसके बाद कई जागरूक लोगों ने इस बारे में सच्चाई दिखाने का भी बीड़ा उठाया और बताया कि कैसे एक झूठा दावा शेयर किया जा रहा है।
अब जागरूक लोगों ने तो अपना बीड़ा उठा लिया लेकिन संघ इनपर कार्यवाही करवाकर अपना काम कब करेगा? आपको बता दें ये वायरल फोटो मणिपुर के प्रदेश उपाध्यक्ष और उनके बेटे की है।
झूठ फैलाने वालों पर जब तक कार्यवाही नहीं होती है तब वो अपना काम ऐसे ही चालू रखेंगे और इसके जिम्मेदार खुद हम हैं जो झूठे और मक्कार लोगों पर कार्यवाही नहीं करते अपितु माफी देकर मूर्खता करते हैं, जबकि गलती का दंड होता है माफी नहीं