खबर है की एक 17 वर्षीय हिंदू बच्ची को एक मुस्लिम शिक्षिका निदा वाहलिम लेकर फरार हो गई, और ये स्कूल भी मुस्लिम अब्दुल गफूर का है... इंट्रेस्टिंग बात ये हैं की अब पुलिस का कहना है की दोनों अपनी मर्जी से गए हैं और ये मामला कांग्रेस शासित राजस्थान का हैं अब हम इसके 3 पहलुओं कर चर्चा कर कुछ महत्वपूर्ण बातें आपको बताएंगे।
यह मामला ए जी मिशन स्कूल का है जिसके मालिक का नाम अब्दुल गफूर है। शिकायत में अरोपिता निदा को अब्दुल गफूर की रिश्तेदार बताया गया है, और लड़की भगाने में निदा के 2 भाई जावेद और नावेद ने भी सहयोग किया ऐसा आरोप है। यानी पूरा रैकेट कार्यरत है ऐसा समझा जा सकता है। अब माता - पिता तथा ने न्याय के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं और हिंदू संगठन लव जेहाद इसे बता रहे हैं। (पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
परंतु यहां 3 मुख्य बातें हैं जो हिंदुओं को जरूर समझनी चाहिए, क्योंकि कुछ होने के बाद न्याय की भीख मांगने से या हो हल्ला करने से या रोना धोना करने से सब ठीक होने वाला नहीं और ना ही सारा दोष जेहादियों पर देकर भी काम नहीं होगा, इससे हमारे बच्चे सुरक्षित नहीं होंगे।
इस मामले में जो 3 मुख्य बातें ध्यान देने वाली हैं वो हैं
1 - बच्ची का ब्रेन वाश :- अब आप सोचिए की एक हिंदू बच्ची का ब्रेन वाश कैसे होगा? जब उसके ब्रेन में धर्म गया नहीं होगा, और ये कमी किसकी? क्या इन माता पिता (परिजनों ) का दोष नहीं जिन्होंने बच्ची पैदा तो की लेकिन अपना महत्वपूर्ण कर्तव्य उसे धर्म ज्ञान और संस्कार नहीं दिया। ये एक बड़ी भयानक समस्या है हिंदू समाज की कि वो 1 या 2 बच्चे तो पैदा कर लेते हैं लेकिन अपनी जिम्मेदारी का पहला चरण ही ठीक से नहीं निभाते, वो अपने बच्चों को धर्म से जोड़ते ही नहीं जिस कारण कोई भी उनका ब्रेनवाश आसानी से कर लेता है और ये सब आप "The Kerala story" में देख सकते हैं की जेहादी हिंदू बच्चियों का ब्रेन वाश आसानी से कर गए लेकिन वहीं ईसाई लड़की का ब्रेनवाश नहीं कर पाए और वो बेचारी अपनी हिंदू दोस्त को मूर्खता से शिकार हुई।
2 - माता पिता का भाई चारा और सेक्युलरिज्म: वर्तमान में इतनी जेहादी हरकतें होते देख भी जो माता पिता अपनी बच्ची को जेहादियों के स्कूलों में भेज रहे हैं यानी उनके अंदर कथित भाईचारे का सुलेमानी कीड़ा काट रहा है जिसका दुष्परिणाम इनके बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। वैसे इन माता पिता ने न The Kahsmir Files देखी होगी और न ही The Kerala Story और देखी भी होगी तो उसपर ध्यान नहीं दिया, और ना ही वर्तमान में हो रही अनेकों घटनाओं पर ध्यान दिया होगा..इन्होंने सोचा की ये सब झूठ है सारे मलेच्छ ऐसे नहीं होते.. और उसका परिणाम आपके सामने हैं।
3 - गलत चुनाव का नतीजा : ये बात अब प्रशासन के लिए, पुलिस का कहना है की दोनों अपनी मर्जी से भागे , बस यहीं हो गया पूरा खेल खत्म। वहीं यदि ये मामला MP या UP का होता तो इस मामले की पूरी तहकीकात होती जैसे दमोह एक एक स्कूल की हुई और स्कूल का लाइसेंस रद्द हो गया। लेकिन ये राजस्थान हैं जहां हिंदुओं ने कांग्रेस को ये कहकर वोट दिया तह "मोदी तुझे बैर नहीं, वसुंधरा तेरी खैर नहीं"। और अब गहलोत साहब की सरकार है जो लव जिहाद के अस्तित्व को हो नकारते हैं और इसे BJP का एजेंडा बताकर जेहादियों को क्लीन चिट देते हैं, वैसे याद तो होगा ही को कांग्रेस के राजस्थान में PFI खुलेआम मार्च करती थी। तो। तो भाई जैसी सरकार चुनोगे वैसा परिणाम भी भुगतना होगा...
अब इस आर्टिकल से कुछ समझ सको तो ठीक अन्यथा ऐसे ही किसी दिन उस न्याय के लिए भटकते नजर आओगे जो न्याय हकीकत बहुत कम ही बनता है। आर्टिकल अच्छा लगे तो शेयर करने की हिम्मत भी दिखाना.
हर हर महादेव