यह अत्यंत ही गंभीर विषय है इसे हल्के में ना लें हिंदू। सरकार प्रशासन एनआईए आदि न जाने इन्हें कितने वर्षों बाद पकड़ पाए और तब तक यह अपना खेल जारी रखते हैं। ऐसे लोगों से हम हिंदुओं को सावधान रहना चाहिए और उसका एकमात्र यही तरीका है कि इस मानसिकता के लोगों को पहचानिए और इनका पूर्ण रूप से बहिष्कार कीजिए। कहीं ऐसा ना हो कि सेकुलरिज्म और भाईचारे की बीमारी के कारण आप या आपके परिवार के लोग इनके शिकार बन जाए।
महाराष्ट्र में ISIS के नेटवर्क को खंगाल रही राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता मिली है। NIA ने प्रदेश में पाँचवी गिरफ्तारी के तौर पर डॉ अदनान अली सरकार को पुणे से दबोचा है। जाँच एजेंसी के मुताबिक आरोपित देश की एकता, अखंडता और स्थिरता के लिए खतरा पैदा करने के साथ भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रच रहा था। डॉ अदनान को गुरुवार (27 जुलाई 2023) को गिरफ्तार किया गया है।
डॉ अदनान अली के घर की तलाशी के दौरान इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, आतंकी संगठन ISIS से संबंधित कई से जुड़े कई दस्तावेज और तमाम अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिली है। इन्हे सील कर के जाँच की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरफ्तार डॉक्टर अदनान अली सरकार को एनेस्थीसिया के इलाज में 16 वर्षों का अनुभव है। डॉ अदनान अली ने साल 2001 में पुणे के बीजे गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से MBBS किया था। इसके बाद साल 2006 में उसने उसी कॉलेज से MD एनेस्थीसिया किया। ISIS समर्थक डॉ अदनान इंग्लिश, हिंदी, मराठी, और जर्मन भाषाओं का अच्छा ज्ञान है। कोर्स की कई ऐसी किताबें भी हैं जिसमें डॉ अदनान अली सरकार ने सहायक प्रकाशक के तौर पर काम किया है। ,
NIA ने प्रथम दृष्टया अदनान की हरकतों को देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता के खिलाफ माना है। डॉ अदनान व उसकी गैंग से जुड़े अन्य संदिग्धों के खिलाफ NIA ने 28 जून, 2023 को FIR दर्ज किया था। डॉ अदनान अली से पहले 3 जुलाई, 2023 को NIA ने मुंबई से 4 अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया था।
डॉ अदनान से पहले गिरफ्तार हुए चारों संदिग्धों की पहचान मुंबई के ताबिश नासिर सिद्दीकी, पुणे के जुबैर नूर मोहम्मद शेख उर्फ अबू नुसैबा, ठाणे के शरजील शेख और जुल्फिकार अली बड़ौदावाला के रूप में हुई थी। NIA का यह भी कहना है कि वह अब इन सभी से पूछताछ के आधार पर इनके पूरे नेटवर्क को खँगालेगी।