यह हिंसा सुनियोजित है यह हिंसा राजनीतिक हित साधने के लिए करवाई जा रही है इसमें कोई संदेह नहीं है। मणिपुर हिंसा के बाद अब मिजोरम के मैतई हिंदूवादी वासियों को धमकी दी गई है कि यदि "सुरक्षा प्यारी है तो राज्य छोड़कर चले जाओ"
यह खबर भले ही मिजोरम की है लेकिन हिंदुओं यह खबर एक चेतावनी है समस्त हिंदू समाज के लिए यदि सुरक्षा चाहते हो तो अपनी सुरक्षा का प्रबंध करो क्योंकि छोड़कर जाओगे भी तो कहा? मजहबी और राजनीतिक हिंदू द्रोही हाथ धोकर हिंदुओं के पीछे पड़े हैं जिसका परिणाम हिंदू लगातार भुगत रहे। अब यदि वाकई हिंदू सुरक्षित रहकर जीना चाहते हैं तो उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए गंभीरता से विचार करना होगा।
मणिपुर में पिछले लगभग 2 महीनों से हिंसा जारी है जहां भले ही मीडिया और कुछ राजनीतिक दलों ने इसे दो आदिवासी समुदायों की लड़ाई बताई लेकिन यह लड़ाई हिंदू आदिवासी और ईसाई मिशनरियों वाले मिलिटेंट आदिवासियों के बीच की है जहां हिंदुओं को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ा लेकिन अंत में जो वीडियो वायरल हुआ उसके बाद हर तरफ से कुकी समुदाय के लिए जो कि ईसाई आदिवासी है एक विक्टिम कार्ड खेला जा रहा है।
अब मिजोरम के हिंदुओं को भी खुलेआम धमकी दी गई है। मिजोरम में मैतेई समाज को धमकी मिली है कि अगर उन्हें अपनी जान प्यारी है तो वो राज्य को छोड़ कर चले जाएँ।
सार्वजनिक रूप से दी गई इस धमकी में कहा गया है कि मैतेई समाज मिजोरम छोड़ कर चला जाए। इसके बाद मिजोरम सरकार ने राजधानी आइजोल में रहने वाले मैतेई लोगों की सुरक्षा में बढ़ोतरी कर दी है। ‘पीस एकॉर्ड MNF रिटर्नीज एसोसिएशन (PAMRC)’ नामक एक संगठन ने ये धमकी भरा बयान जारी करते हुए कहा है कि अगर मिजोरम में रहने वाले मैतेई समाज को अपनी सुरक्षा प्यारी है तो वो जल्द से जल्द इस राज्य को छोड़ कर कहीं और चले जाएँ।
संगठन ने कहा है कि पड़ोसी राज्य मणिपुर में महिलाओं को नग्न घुमाए जाने और उनके गैंगरेप का वीडियो सामने आने के बाद मिजोरम के युवाओं में आक्रोश है। PAMRA के बारे में बता दें कि ये आतंकियों का संगठन हुआ करता था, जिन्होंने हथियार त्यागने का दावा किया था। ये खुद को गैर-राजनीतिक संगठन बताता है। उसने माँग की है कि शांति समझौते के सभी धाराओं को लागू किया जाए। संगठन ने कहा कि मणिपुर में कुकी समाज के खिलाफ हिंसा हुई है और इससे मिजो युवकों को ठेस पहुँची है
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साथ ही धमकाया कि अगर मिजोरम में रहने वाले मैतेई लोगों को कुछ भी होता है तो इसके जिम्मेदार वो खुद होंगे। बताया जा रहा है कि मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने मणिपुर के अपने समकक्ष और केंद्र सरकार से भी बातचीत की है। पूर्व-उग्रवादी संगठन ने मिजो लोगों को कुकी वंश का बताते हुए कहा है कि राज्य छोड़ने के लिए सिर्फ मणिपुर के मैतेई लोगों को कहा गया है, और किसी को नहीं। इधर मणिपुर में विपक्ष सर्वदलीय बैठक बुलाने की माँग कर रहा है।
😡😡😡
ReplyDeleteFasi do ese logo ko
ReplyDeleteजय श्री राम
ReplyDeleteजय श्री राम🙏🚩
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