हिंदू संगठनों के विरोध के बाद अकल ठिकाने आई
मामला मध्य प्रदेश के जिले आगर मालवा का है जहां कांग्रेसी नेता वल्लभ भाई अंबावतिया का है स्कूल चलता है जिसका हाल ही में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी राजनीतिक प्रयोग हुवा था, और अब फिर वहां से हिंदू विरोधी राजनीति की जा रही है।
स्कूल में तिलक लगा कर आने वाले छात्रों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इन छात्रों को कहा गया कि उन्हें स्कूल में एंट्री तभी मिलेगी, जब वो अपना चेहरा धो कर आएँगे। इसकी जानकारी मिलते ही कई छात्र-छात्राओं के अभिभावक और हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने वहाँ पहुँच कर विरोध जताया।
विरोध प्रदर्शन के बाद स्कूल प्रशासन ने लिखित में दिया है कि तिलक लगा कर आने वाले छात्रों को नहीं रोका जाएगा। ये मामला सोयत थाना क्षेत्र के डोंगरगाँव स्थित ‘जय किसान उच्चतर माध्यमिक विद्यालय’ का है, जिसकी प्रिंसिपल अर्चना सोनगरा का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें वो कहती हुई दिख रही हैं कि बच्चों को तिलक लगा कर स्कूल में नहीं आने दिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि सुबह जब 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों की प्रार्थना सभा चल रही थी, उस समय शिक्षकों ने तिलक लगाए छात्रों को कक्षा में जाने से रोक दिया। कहा गया कि चेहरा धो कर आओ। जिन्होंने तिलक मिटाया, उन्हें ही प्रवेश दिया गया। एक छात्र ने बताया कि उसने जब ऐसा करने से मना कर दिया तो उसे अंदर नहीं जाने दिया गया, फिर घर आकर उसने अपने माता-पिता को इस बारे में बताया। एक अन्य लड़के ने भी बताया कि खुद प्रिंसिपल मैडम ने तिलक मिटा दिया।
घटनास्थल पर विहिप और ‘बजरंग दल’ के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया। स्कूल प्रबंधन से उन्होंने बातचीत की। अंत में लिखित में मिलने के बाद वो माने। किसी पक्ष ने कोई शिकायत अभी दर्ज नहीं कराई है। राहुल गाँधी इसी स्कूल में सभा करने के लिए राजस्थान के लिए रवाना हुए थे। मध्य प्रदेश के इंदौर से भी हाल ही में ऐसा मामला सामने आया है। धार रोड स्थित ‘बाल विज्ञान शिशु विहार हायर सेकेंडरी स्कूल’ में तिलक लगाने पर छात्र को पीट-पीट कर भगा दिया गया।