MP में एक ही साथ 2 मामले हुए थे, लेकिन कोरी राजनीति करने वाले लोगों ने केवल एक मामले को हाईलाइट किया जिसमें परवेश शुक्ला ने जनजातीय समाज के व्यक्ति के मुंह पर पेशाब की थी (जानकारी के अनुशार ये मामला भी पुराना है लेकिन किसी षड्यंत्र के तहत वीडियो वायरल किया गया) लेकिन जिस मामले में 2 दलितों को 7 मुस्लिमों ने पीटा, मुंह पर कालिख पोती, जूतों की मामला पहनाकर जुलुश निकाला और मैला खिलाया उसपे इन राजनीति करने वालों ने तो आवाज नहीं उठाई लेकिन आम जनता ने इस मामले में भी कार्यवाही की मांग की ताकि दलित बंधुओं को न्याय मिले.. और अंततः खुशखबर आ ही गई
दलितों के साथ अमानवीय व्यवहार करने वाले अजमत खान, वकील खान, आरिफ खान, शाहिद खान, इस्लाम खान, रईसा बानो और साइना बानो के घरों को गुरुवार (6 जुलाई 2023) को तोड़ दिया गया।
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, “शिवपुरी के नरवर में दलित व्यक्ति के साथ हुई तालिबानी घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। घटना में शामिल अजमल, आरिफ, शाहिद सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ NSA की कार्रवाई करने के साथ अतिक्रमण पर बुलडोजर भी चलाया जाएगा।”
कॉन्ग्रेस पर आरोप लगाते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा, “इस घृणित कार्य को दबाने के लिए कॉन्ग्रेस के लोगों द्वारा प्रशासन को फोन किए गए। पीड़ित दलित व्यक्ति को जूते की माला पहनाई गई, उसके मुँह में मलबा भरा गया और उसके साथ अमानुषिक अत्याचार किए गए।”
वैसे इस कार्यवाही के बाद कांग्रेसियों और कथित दलित हित चिंतकों को बड़ी भयानक पीड़ा हुई होगी, क्योंकि यहां घर मुसलमानों के जो टूटे हैं।
दरअसल, 30 जून 2023 को जिले के नरवर थाना क्षेत्र के वरखाड़ी गाँव में लड़कियों से छेड़छाड़ और चोरी के शक में आरोपितों ने दो दलित युवकों से मारपीट की थी। उनके गले में जूते-चप्पलों की माला डाल दी थी। उनके मुँह में गंदगी भरके मुँह को काला कर दिया था। उनके कपड़ों को आग लगा दी गई थी और फिर जुलूस निकालकर पुलिस के हवाले कर दिया गया था।
मगरौनी चौकी प्रभारी ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर 7 आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिनमें 2 आरोपित महिलाएँ हैं। आरोपितों के नाम अजमत खान, वकील खान, आरिफ खान, शाहिद खान, इस्लाम खान, रहीशा बानो और साइना बानो हैं। पुलिस ने आरोपित वकील खान को छोड़कर सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। वकील खान की तलाश की जा रही है।
पीड़ित के भाई ने 3 जुलाई 2023 को जिले के पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी और उनके अतिक्रमण वाले मकान तोड़ने और वन भूमि को मुक्त कराने की माँग की थी। पीड़ित के भाई का कहना कि आरोपित वन भूमि पर अतिक्रमण किए हुए हैं। इसी के करीब से उनका गुजरने का रास्ता भी है।
पीड़ित के भाई ने कहा के आरोपित इस रास्ते को बंद करना चाहते हैं। इसके लिए वे षड्यंत्र रचते हैं और तरह-तरह के आरोप लगाते हैं। पीड़ित के भाई का कहना है कि आरोपित पहले भी जमीन की बाउंड्री पर करंट डालकर कई जानवरों की जान ले चुके हैं।
वन विभाग के SDO एलविन वर्मन ने बताया कि तीन लोगों ने लगभग तीन हेक्टेयर वन भूमि पर अतिक्रमण किया हुआ था। इसके विरुद्ध 19 सितंबर 2022 को केस दर्ज किया गया है। वन मंडलाधिकारी ने बेदखली का आदेश देते हुए कहा था कि वे अपने मन से अतिक्रमण हटा लें, लेकिन इन लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाया। इसके बाद कार्रवाई की गई।
Jai shree ram
ReplyDeleteबहुत महत्वपूर्ण है ऐसे लोगों पर कार्यवाही करना
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