जयपुर में शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा हुए और एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया. इस दौरान ढोल-नगाड़ों और शंखनाद के साथ जयकारों से गुलाबी नगरी का वातावरण भगवामय हो गया.
हनुमान चालीसा की चौपाइयों की गूंज दूर-दूर तक सुनाई दी. सांगानेरी गेट स्थित पूर्व मुखी हनुमान मंदिर के बाहर सामूहिक रूप से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने एक स्वर में हनुमान चालीसा का पाठ किया. श्रद्धालुओं का एक छोर सांगानेरी गेट और दूसरा बड़ी चौपड़ पर दिखा.
ढोल-नगाड़ों की आवाज और शंखनाद के साथ राजधानी में शाम होने के साथ जोहरी बाजार में श्रद्धालु जुटना शुरू हुए. राष्ट्रीय एकता और गुलाबी नगरी की समृद्धि की कामना के साथ जयपुर वासियों ने भगवान श्रीराम के जयकारों के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया. इससे पहले हनुमान चालीसा प्रबंध समिति के संरक्षक अमरनाथ महाराज ने हनुमान चालीसा पढ़ने और सामूहिक पाठ का महत्व समझाया. ये पहला अवसर है जब हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए इतनी बड़ी संख्या में परकोटा में श्रद्धालु इकट्ठा हुए. इस दौरान हनुमान चालीसा की चौपाइयों और भगवान के जयकारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा. श्रद्धालुओं पर बरामदे और छतों से पुष्प वर्षा भी की गई.
मुख्य मंच पर 9 फीट ऊंची बजरंगबली की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र रही. श्रद्धालु भगवा ध्वज के साथ देशभक्ति का जज्बा दिखाते हुए राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर भी पहुंचे
हनुमान चालीसा के पाठ के लिए जोहरी बाजार को भगवा पताका से सजाया गया. वहीं व्यापारियों ने समय से पहले प्रतिष्ठानों को बंदकर मंगलकारी भगवान हनुमान की चालीसा के पाठ में शामिल होने के लिए पहुंचे. इस दौरान ढोल-नगाड़े के साथ श्रद्धालु भगवान श्री राम और उनके भक्त हनुमान के जयकारों के साथ थिरकते हुए नजर आए. जोहरी बाजार के अलावा भी कई मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया.