बिल्कुल सही कहा 🙏 पहले यह छोटा सा वीडियो देखिए फिर संदेश पढ़िए और उचित निर्णय लेकर आगे बढ़ी है
हमारे बच्चों, हमारे धर्म और देश की बरबादी के अंततः जिम्मेदार तो हम ही हैं बॉलीवुड प्रेमी, क्रिकेट प्रेमी, जो इन दोगले लोगों को प्रोत्साहन देते हैं क्रिकेट देखते हैं इनकी फिल्में देखते हैं और यदि यह कहीं आ जाएं तो उनसे मिलने और उनके दर्शनों के लिए ऐसे पागल हो जाते हैं मानो खुद भगवान धरती पर आ गए हो (आज का मानव तो शायद भगवान के लिए भी इतना परेशान ना हो)
इस संदेश को शेयर करने वालों में भी कई लोग बॉलीवुड और क्रिकेट प्रेमी होंगे यानी संदेश उनसे दूर रहने का भेज रहे है और खुद उनसे प्रेम करते हैं (इसे पाखंड कहते हैं)।
क्रिकेट पूरी तरह एक गुलामी की निशानी है जिसको बहुत बारीकी से अमर बलिदानी राजीव दीक्षित जी ने साफ साफ बताया था (वैसे कुछ पाखंडी राजीव दीक्षित जी को तो मानते हैं लेकिन क्रिकेट के पीछे पागल है)
बॉलीवुड का तो कहना ही क्या हमारे समाज को बॉलीवुड ने क्या-क्या दिया अगर उसकी उपलब्धियां हम गिनाने बैठेंगे तो शायद लिखते लिखते कई दिन बीत जाएंगे और यह बातें सबको पता होने के बावजूद भी बहुत से लोग इस बॉलीवुड को छोड़ नहीं पा रहे.
जब तक इस समाज इस राष्ट्र धर्म और अपनी आने वाली पीढ़ियों का भला जाने वाले लोग संकल्प लेकर इस बॉलीवुड और इन दोगले खिलाड़ियों का बॉयकॉट नहीं करेंगे तब तक केवल बातें होती रहेंगी और इसी प्रकार हम संदेश को आगे बढ़ाते रहेंगे.
संकल्प लीजिए कि बॉलीवुड की केवल वही फिल्में देखेंगे जो हमारे धर्म हमारी आस्था को मजबूत करेगी और धर्म द्रोहियों की सच्चाई को सबके सामने लाएगी जैसे द कश्मीर फाइल्स, द केरला स्टोरी आगे आने वाली वीर सावरकर जी पर जो फिल्म बन रही है, बंगाल और अजमेर पर जो फिल्में बन रही है
तो केवल संदेश एक्सचेंज नहीं बल्कि अब संकल्प लेना होगा तभी काम बनेगा अन्यथा सब बकवास