👉1 गंगोत्री और यमुनोत्री से कई क्विंटल कपड़ा निकाला जा रहा है जो प्रशासन द्वारा समझाने के बाद भी तीर्थयात्री छोड़ जाते हैं, आस पास में ही कुछ जगहों पर बड़ी संख्या में नशे को बोतलें भी प्राप्त हुई हैं..
Opindia की रिपोर्ट के अनुशार भागीरथी नदी के किनारे कई तीर्थयात्री अपने पुराने कपड़े छोड़ कर चले जा रहे हैं। बता दें कि भागीरथी नदी गंगोत्री से निकलती है। यमुना नदी के किनारे भी यही हाल है। यमुनोत्री जाने वाले तीर्थयात्री भी यही काम कर रहे हैं। इस साल की चारधाम यात्रा के मात्र 2 महीनों में 7 क्विंटल कपड़ों को नदियों से निकाला गया है।
ये कचरा केवल गंगोत्री और यमुनोत्री से निकला है। बाकी जगह जहाँ तीर्थयात्री नहीं बल्कि पर्यटक आ रहे हैं, वहाँ भी स्थिति बुरी है। बड़ी मात्रा में बियर की बोतलें पड़ी हुई मिल रही हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री में कपड़ा छोड़ देने की घटनाएँ तब हो रही हैं, जब कई साइनबोर्ड लगा कर चेतावनी लिखी गई है और लाउडस्पीकर से घोषणा की जाती है कि जो भी यहाँ अपना कपड़ा छोड़ता हुआ पाया जाएगा, उसे 1000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
अब यदि आप यह सोच रहे हैं कि पुराने कपड़े छोड़ने की कोई प्रथा होगी तो आप गलत है ऐसी कोई प्रथा नहीं है लेकिन उसके बाद भी हमारे हिंदू अपने तीर्थ स्थलों को गंदा कर रहे हैं वह अपने पुराने कपड़े छोड़ दे रहे हैं जिसके कारण वहां की व्यवस्था में समस्या उत्पन्न होती है वहां के कर्मचारियों के लिए यह सब सिरदर्द बन जाता है।
👉2 केदारनाथ में और अन्य कुछ तीर्थों पर जानवरों पर लदकर उन्हें तकलीफ देकर दर्शन करने जा रहे हिंदू थोड़ा विचार करें... सैकड़ों जानवर हमारे कारण मौत का ग्रास बन रहे हैं और पैसे कोई और ही कमा रहा है 👇Video
हिंदुओं को जागरूक होना होगा, उन्हें समझदार बनना होगा और अपने सभी आध्यात्मिक स्थलों को दिव्य और भव्य बनाए रखने के लिए अपना सहयोग देना होगा। वहां की साफ-सफाई से लेकर व्यवस्था तक में हमें अपनी सकारात्मक सहभागिता बनानी होगी। हमें ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे हमारे धार्मिक स्थल हमारे तीर्थ स्थल अपवित्र हो या वहां किसी भी प्रकार की गंदगी फैले, कोई अन्य लोग यदि किसी प्रकार की गलती करें तो उन्हें भी समझाकर रोकना होगा।
सुझाव : सीख : निवेदन जो आप समझें :- हिंदुओं समझदार बनो, हमारे आध्यात्मिक स्थल, हमारे तीर्थ स्थल हमारे आस्था के केंद्र हैं , इनकी पवित्रता, दिव्यता और स्वच्छता बनाए रखना हमारा कर्तव्य हैं, और इन्हें पर्यटन स्थल के रूप में ना आप देखें ना हो किसीको देखने दें।
जय सत्य सनातन
हिंदू राष्ट्र भारत