दूसरी घटना सीतापुर, उत्तरप्रदेश में 4 मुस्लिम लड़कों ने दलित महिला के साथ मारपीट की और गली गलोच का मामला सामने आए, दलित महिला को जातिसूचक शब्द बोले गए। पिटाई का आरोप मजहर नाम के व्यक्ति के 4 बेटों पर लगा है। पुलिस ने 1 आरोपित इरफ़ान को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि फरार चल रहा आरोपित नन्हे पीड़िता के घर पहुँच कर केस वापसी का दबाव बना रहा है। घटना शुक्रवार (9 जून 2023) की है।
गाँव के पास किसी व्यक्ति से खेतों की बुवाई-जुताई की बात कर रहा था। रामू की माँ शिवकली भी यहाँ मौजूद थीं। इस दौरान हो रही बातचीत में मज़हर का बेटा इरफ़ान भी बेवजह दखलंदाजी करने लगा। रोके जाने पर इरफ़ान ने रामू को जातिसूचक गालियाँ देना शुरू कर दिया। थोड़ी ही देर में इरफ़ान के अन्य भाई नन्हे, नंगई और ताहर भी वहाँ पहुँच गए।
शिकायतकर्ता ने बताया कि इरफ़ान ने अपने 3 भाइयों के साथ मिलकर उन्हें और उनकी माँ शिवकली को मारा-पीटा। इस मारपीट में आरोपितों द्वारा लात-घूँसों के साथ लाठी-डंडों का भी प्रयोग किया गया। घटना को देख कर आस-पास के ग्रामीण जमा हुए और उन्होंने बीच-बचाव किया। थोड़ी देर बाद सभी 4 आरोपित जान से मारने की धमकी देते हुए घटनास्थल से भाग गए। पुलिस ने आरोपितों पर IPC की धरा 323, 504 और 506 के साथ SC/ST एक्ट में केस दर्ज कर लिया है।
ये मजहबी कट्टरपंथी लोग समाज के लिए नासूर है जो एक तरफ तो सुनियोजित तरीके से मजहब के नाम पर लव जेहाद, बलात्कार, धर्मांतरण करते हैं और दूसरी तरफ छोटी छोटी बातों पर झगड़ा कर बलात्कार,हत्या, आगजनी, दंगे आदि करते हैं।
अब इस घटिया और घृणित मानसिकता को उजागर कर उसे सब सिखाने का समय है, इस मानसिकता का विरोध, प्रतिकार और पूर्ण बहिष्कार करने का समय है।
मेरा अब्दुल ऐसा नहीं है या सब एक जैसे नहीं होते जैसे डायलॉग अब पूरी तरह गलत और निराधार सिद्ध हो चुके हैं, कश्मीर फाइल में एक सत्य घटना के आधार पर हमने देखा की कैसे कश्मीरी पंडितों के पड़ोसी कथित अच्छे वाले मुसलमानों ने ही जेहादियों/आतंकियों का साथ देकर जन्नत और 72 हूरों के लिए अपने पड़ोसियों को पकड़वा दिया उन्हें मरवा दिया।
इनका अंतिम लक्ष कयामत है, जन्नत और 72 हूरें और और वो क्या इन्हें हिंदुओं के साथ प्रेम, दोस्ती, आदि करने से मिलेगी?.... गूगल पर सर्च कीजिए उत्तर मिल जाएगा..