बालासोर में जो दुर्घटना हुई उसने पूरे देश को रुला दिया, अनेकों ने अपने परिजन खोए और अनेकों घायल हैं। बचाव कार्य तेजी से चल रहा है लेकिन सबसे अच्छी बात ये को सरकार तथा प्रशासन के अलावा आम जनमानस भी बढ़ चढ़कर इस बचाव कार्य में अपनी आहुति दे रहा है। Rss, बजरंग दल, ABVP आदि के कार्यकर्ताओं का समर्पण देख लोग हैरान हैं।
एक तरफ जहां कुछ लोग लाशों की राजनीति करने में व्यस्त हैं कुछ अपने राजनीतिक आकाओं की चाटुकारिता में खुशी महसूस कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इस भयंकर विपदा के समय कुछ लोग पीड़ितों की सहायता में पूरी तरह अपने आप को रोक रहे। R.s.s. बजरंग दल एबीवीपी जैसे राष्ट्रवादी सनातनी संगठनों के कार्यकर्ताओं को साधुवाद है जो सबसे पहले वहां पहुंचकर निस्वार्थ भाव से बचाव कार्य में सरकार और प्रशासन का पूरा सहयोग कर रहे हैं।
बजरंग दल के आधिकारिक ट्विटर अकॉउंट से किए गए ट्वीट में कार्यकर्ताओं द्वारा रक्दान करने की जानकारी भी दी गई। ट्वीट में बताया गया, बालासोर, ओड़िशा में हुए अत्यंत दुखद और भयानक ट्रेन हादसे के तुरंत बाद से जारी राहत कार्य में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार सहयोग जारी हैं। प्रांत के अनेकों केंद्रों पर कार्यकर्ताओं द्वारा रक्तदान भी किया गया हैं।
दुर्घटना के वक्त से ही आर एस एस के सैकड़ों कार्यकर्ता लगातार राहत कार्य में लगे हुए हैं। दुर्घटना के बाद एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने के पहले ही r.s.s. के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और राहत कार्य शुरू कर दिया
एनबीटी की रिपोर्ट के अनुसार, बालासोर में हुए ट्रेन हादसे का शिकार लोगों की मदद के लिए आरएसएस के कार्यकर्ता तन, मन, धन से जुटे हुए हैं। इस हादसे की जानकारी मिलते ही करीब 250 कार्यकर्ता मौके पर पहुँच गए थे। वहाँ मची चीख-पुकार के बीच आरएसएस कार्यकर्ताओं ने घायलों को इलाज के लिए तुरंत ही हॉस्पिटल ले जाना शुरू कर दिया था। आरएसएस कार्यकर्ताओं के राहत और बचाव कार्य शुरू होने के बाद NDRF की टीम भी हादसे वाली जगह पहुँच गई। इसके बाद संघ कार्यकर्ता उनके साथ मिलकर लोगों को बचाने में जुट गए।
एक ओर जहाँ आरएसएस के कुछ कार्यकर्ता ट्रेन मेंदबे हुए लोगों व घायलों की मदद कर रहे थे। वहीं, कुछ अन्य कार्यकर्ता घायलों को खून देने के लिए हॉस्पिटल पहुँच गए। रक्त दान करने आए युवाओं की भीड़ देखकर हॉस्पिटल के डॉक्टर भी हैरान हो गए थे। दरअसल, बालासोर के RSS के व्हाट्सएप ग्रुप में हादसे की जानकारी के साथ ही रक्तदान करने की अपील की गई थी। इसके बाद कार्यकर्ता हॉस्पिटल पहुँच गए।
👆 इसी RSS और बजरंग दल की कुछ धूर्त और पाखंडी लोग पीएफआई जैसे आतंकी संगठन से तुलना करते हैं और इन पर बैन लगाने के सपने देखते हैं।