हाल ही में एक खबर आई थी गाजियाबाद से जिसमें पता चला था एक जैन समाज का बच्चा ऑनलाइन गेमिंग के कारण ब्रेनवाश किया गया जो दिन में 5 बार नमाज पढ़ने जाने लगा और यह सब उसके पिताजी ने देखा तो पुलिस में शिकायत की अब पुलिस की जांच में भयानक खुलासा हुआ।
opindia की रिपोर्ट के अनुशार यूपी पुलिस ने इस मामले में मस्जिद कमिटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया गया है। अब्दुल रहमान एक गिरोह से जुड़ा हुआ था। वो ऑनलाइन गेम जिताने के लिए कुरान की आयतें पढ़वाता था। फिर ब्रेनवॉश कर के हिन्दू बच्चों का इस्लामी धर्मांतरण कराया जाता था।
पता चला है कि मोबाइल-लैपटॉप पर ‘Fort Nite’ नामक एप के जरिए गेम खेला जाता था। जिसके माध्यम से सुनियोहित तरीके से बच्चों का ब्रेनवाश कर धर्मांतरण कराया जाता था।
👆इसके लिए अन्य धर्मों के नाम से आईडी बनाए जाते थे। जो लड़के गेम हार जाते थे, उन्हें कुरान की आयतें पढ़वा कर जीत का भरोसा दिलाया जाता था।
फिर ‘Discord App’ के जरिए मुस्लिम लड़कों को इन हिन्दू लड़कों से बातचीत कर उन्हें इस्लामी रीति-रिवाज अपनाने के लिए ब्रेनवॉश किया जाता था।
फिर तीसरे स्टेप में ज़ाकिर नाइक के वीडियोज दिखाए जाते थे।
याद दिला दें कि जैन समाज के उक्त व्यक्ति ने जब अपने बेटे के मोबाइल और लैपटॉप की जाँच की तो उसमें इस्लाम से जुड़ी कई सामग्रियाँ मिली थीं। इसमें से कुछ गैर-कानूनी भी हैं। इसी दौरान उन्हें पता चला कि ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए उनके बेटे की दोस्ती मुंबई निवासी बद्दो नामक व्यक्ति से हुई थी। बद्दो से उनके बेटे ने कम्प्यूटर पार्ट्स भी खरीदे थे। इसके बाद से उन दोनों की दोस्ती बढ़ गई। पीड़ित व्यक्ति ने कहा था कि उनका बेटा कई घंटों तक बद्दो से बात करता था। वो रोज जिम की जगह नमाज पढ़ने जाता था।
आप सोचिए यह जिहादी किस हद तक गैर मुस्लिमों का धर्मांतरण करने के लिए रैकेट चला रहे हैं। The Kerala story film में आपने देखा कि किस प्रकार हिंदू बच्चियों को सुनियोजित तरीके से स्टेप बाय स्टेप अपने जाल में फंसा कर उनका धर्मांतरण करवाकर उन्हें सीरिया तक पहुंचाया जाता था। यह जितना चौंकाने वाला मामला है उससे भी कहीं ज्यादा हिंदुओं के लिए सावधान रहने की चुनौती देने वाला मामला है।
इन जिहादियों के जाल से यदि बचना है तो हिंदुओं के पास सबसे सरल मार्ग यही है कि वह अपने बच्चों को धर्म ज्ञान दें अपने संस्कार दें और परंपराओं तथा रीति-रिवाजों से परिचित करवाएं ताकि किसी भी प्रकार से उनके दिमाग में गलत चीजें ना डाली जा सके धर्म ज्ञान के अभाव के कारण हमारे बच्चों में सही गलत का निर्णय करने की क्षमता नहीं होती जिस कारण उन्हें कोई व्यक्ति गलत चीजें बता कर आसानी से बहला फुसला लेता है जिसे ब्रेनवाशिंग कही जाती है।
लगातार होते वाक्यों के बाद भी यदि हिंदू समाज यह चीज नहीं समझता है तो उसके भयानक दुष्परिणाम भी उनको ही भुगतने होंगे।