PK मूवी में सनातन का मजाक उड़ाया गया , लव जिहाद को बढावा दिया तो अच्छा लग रहा था।
द केरला स्टोरी ने सत्य दर्शन करवाए, लव जिहाद की भयावहता दिखाई तो समस्या हो रही है!
इसीलिए पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु सरकार ने अपने राज्य में The Kerala Story फिल्म चलाने पर रोक लगा दी, शांति का माहौल खराब होने का हवाला देते हुए।
वैसे फिल्म ISIS को नंगा कर रही है लेकिन नंगई कोई और ही दिखा रहे हैं। वैसे भी जब ISIS इस्लामिक संगठन नहीं है (कुछ लोग ऐसा कहते हैं) तो इस्लाम को मानने वालों को समस्या क्यों हो रही है? जब हिंदू भावनाओं को आहत करती फिल्मे आती हैं तो ये नेता और बुद्धिजीवी उसे अभिव्यक्ति की आजादी बताकर धर्मद्रोहियों के स्थान विशेष को सहलाते हैं और जब फिल्मों के माध्यम से जेहादी मानसिकता का सत्य उजागर किया जाता है तो इन्ही नेताओं और बुद्धिजीवियों को मिर्ची लगती है और कानून व्वावस्था का नाम देकर उस फिल्म पर बैन लगाते हैं। ये रिश्ता क्या कहलाता है?
झारखंड के मुस्लिम विधायक ने तो कानून को ठेंगा दिखाते हुए सीधे सीधे चेतावनी दे दी को यदि ये फिल्म सिनेमाघरों में लगी रो तोड़ फोड़ कर देंगे। क्या ऐसा कहकर इस मुस्लिम नेता ने ISIS जैसे आतंकी संगठन को विचारधारा का समर्थन नहीं किया? क्या ऐसा कहकर उसने अपराधियों को सिनेमाघरों की तोड़फोड़ की सीधी छूट नहीं दी.. क्या ऐसे नेताओं पर कार्यवाही करने की हिम्मत दिखाएगा देश का कानून? 👉https://www.prashasaksamiti.com/2023/05/blog-post_9.html
संविधान की सपथ लेकर कानून व्यवस्था बनाने की बातें करने वाले नेता तुष्टीकरण के लिए कानून का दुरूपियो करते हैं , और दुर्भाग्य है देश का को हमारे देश का कानून भी इन नेताओं को कोई सजा नहीं दे पाता, ये कानून केवल आम जनमानस को, कमजोर वर्ग को ही सजा दे सकता है।