🔸यदि नफरत नहीं करते तो रामानाएं के "उत्तर कांड" की शंबूक लीला में शुद्र के साथ अन्याय क्यों किया उसका क्या अपराध था? यही ना को वो तप कर रहा था!
🔸और यदि वो तप कर ही रहा था तो उसे मृत्यु दण्ड हो क्यों दिया , कारागार में भी तो डाल सकते थे!
🔸शुद्र क्या तप भी नहीं कर सकता, इतना भी अधिकार नहीं था रामराज्य में शूद्रों को?
🔸तप करने वाले को मृत्युदंड देने वाले यदि आपके भगवान हैं तो आप उन्हें दयालु क्यों कहते हैं?
ऐसे अनेकों प्रश्न है जो कुछ लोग करते हैं। कुछ ईर्ष्यावश तो कुछ अज्ञान के अंधकार के कारण।
आइए Veducation नामक Youtube चैनल पर इसको विस्तार से समझाया गया है उसे समझते हैं ताकि हमारे मन में कोई शंका हमारे आराध्य के बारे में ना रहे और उन लोगों तक इस जानकारी को पहुंचाएं जो गलत जानकारी के कारण अनर्गल प्रलाप करते हैं , पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम को लेकर गलत विचार मन में लाते हैं
कुछ लोग शास्त्रों को खूब स्टडी कर रहे हैं आज जानकारियों लोगों तक पहुंचाने के लिए भरसक मेहनत कर रहे हैं तो क्या हम उनकी मेहनत को सफल करने हेतु उनकी मेहनत को बारीकी से समझकर संतुष्ट होकर आगे नहीं बढ़ा सकते?
Note : Social media पर अच्छे बुरे हर तरह के लोग हैं, हर तरह को जानकारी मिलती है हमें उसे अपने विवेक से समझना है और फिर उसे आगे बढ़ाना है। गलत जानकारियां आगे बढ़ना भी पाप की श्रेणी में आता है।