“मेरी संसद, मेरा स्वाभिमान”
विपक्ष गाली बकता रहा,
परंतु मोदी ने उनके लिए
एक शब्द भी नहीं कहा -
क्या मुकाबला करेंगे मोदी से,
अब विपक्ष का “बहिष्कार” हो -
बायकाट गिरोह के सभी नेता प्रधानमंत्री मोदी का नए संसद भवन के लिए अपमान करते रहे और उद्घाटन के बहिष्कार की ताल ठोकते रहे जैसे बहिष्कार करने से उद्घाटन रुक ही जायेगा - लेकिन इन मूर्खों को पता नहीं कितने संतों का आशीर्वाद नरेंद्र मोदी के साथ था और इसलिए उसका काम संपन्न न होने का तो सवाल ही नहीं उठता था -
चाहते तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष की हरकतों का नए संसद भवन से उद्घाटन भाषण में उत्तर दे सकते थे परंतु मोदी ने किसी भी विपक्षी दल या उसके किसी नेता के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला और यही मोदी का बड़प्पन है जिसका मुकाबला करने का सामर्थ विपक्ष के किसी नेता में नहीं है -
अभी भी ये लोग बाज़ नहीं आ रहे हैं और दिल में प्रधानमंत्री बनने की तड़प रखने वाले नीतीश कुमार के घर पर 12 जून को सभी मिलकर नई योजना बनाएंगे 2024 में मोदी को पटकी देने के लिए जबकि उन्हें पता ही नहीं कि नई संसद का बहिष्कार करके वे लोग अपने लिए गड्ढा खोद चुके हैं -
अब बायकाट गैंग के नेताओं को संसद का Permanent बॉयकॉट करना चाहिए और जनता को चाहिए कि बहिष्कार करने वाले दलों और उनके नेताओं का पूर्ण बहिष्कार करे जिससे ये लोग कभी संसद में जाने के काबिल ही न रहें - नई संसद को लालू की पार्टी ने “ताबूत” कहा है और सभी दल इस पर मौन हैं - अब इन दलों को जनता “ताबूत” में ही बंद कर दे तो अच्छा होगा - और तब ही सही मायने में देश के लोग नई संसद ने गौरवान्वित अनुभव करेंगे -
जय हिन्द
भारत माता की जय