काबुल की जेल में बंद केरल की निमिषा की क्या कहानी है?
लव जिहाद की शिकार बनी केरल की निमिषा, काबुल की जेल में बंद। क्या आप कभी सोच सकते हैं एक लड़की जो प्यार के लिए हिंदू से मुस्लिम बन गई, वो मानव बम बनने के लिए अफगानिस्तान चली गई। वो भी तब जब वो खुद पढ़ी लिखी है, उसका भाई इंडियन आर्मी में है।
कल मैंने इस पूरे रिपोर्ट को इंडिया टीवी पर देखा...
इसकी मां ने पूरे इंटरव्यू में कई बार रोते-रोते कहा कि काश मेरी बेटी ने मुझे कुछ बताया होता आजकल लड़कियों को लगता है कि वह बहुत समझदार हो गई है और अपने मां-बाप से सब कुछ छुपा कर रखती हैं।
नतीजा यह हुआ केरल की निमिषा जो एक बेहद अच्छे खानदान से थी वह आज काबुल की जेल में बंद है। एक मुस्लिम युवक उसका पीछा करता था। इतना ही नहीं उस मुस्लिम युवक के परिवार वाले 1 दिन उससे मिले और कहे कि हमारा लड़का एमबीबीएस कर रहा है।
वह डॉक्टर है वह तुमसे शादी करना चाहता है, लेकिन शर्त यह है कि तुम इस्लाम कुबूल कर लो। धीरे धीरे निमिषा का ब्रेनवाश किया गया फिर निमिषा अपने घर से भागकर बशीर के साथ निकाह कर ली और इस्लाम कबूल कर लिया। शादी के चौथे दिन पता चला कि जिसके साथ वह भागी थी वह डॉक्टर नहीं बल्कि एक आवारा है।
उसके बाद बशीर के परिवार वालों ने निमिषा को एक दूसरे मुस्लिम को बेच दिया यानी निमिषा का फिर से एक मुस्लिम युवक के साथ निकाह हुआ और वह मुस्लिम युवक 24 लोगों के साथ आईसीसी में शामिल हो गया और अफगानिस्तान में अमेरिकी फौज से लड़ने चला गया, जहां एक छापेमारी के दौरान अमेरिकी सेना ने इन्हें गिरफ्तार किया और यह काबुल की जेल में बंद है।
एनआईए ने जब निमिषा की मां को निमिषा की तस्वीर दिखाइए तब जाकर पता चला कि यह तो निमिषा है पढ़ी लिखी लड़की, जिसका भाई इंडियन आर्मी में है और खुद डॉक्टर बनना चाहती थी, फर्जी व छद्म प्यार में पड़कर फंस गई, धर्म परिवर्तन कराया गया, तलाक देकर मानव बम बनाकर विदेशी धरती पे भेज दिया गया जो आज वहां काबुल की जेल में सड़ रही है।
यूँ ही नही PFI ने करोड़ों रुपये हदिया केस में वकीलों को दे दिया था, ये उसका निवेश था। केरल जैसे उच्च शिक्षित राज्य में ऐसी घटनाएं बहुत हो रही हैं लम्बे समय से, इन पर अवश्य चर्चा होनी चाहिए संसद में।