पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी पटना आ रहे हैं. इसको लेकर बिहार में राजनीति शुरू हो गई है. RJD के नेता इस कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं, तेज प्रताप यादव, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के विरोध में सेना भी बना चुके हैं. अब सवर्ण सेना बाबा बागेश्वर के समर्थन में उतर गई है. तेज प्रताप यादव की आर्मी डीएसएस (DSS) के सामने सवर्ण सेना आ गई है. धीरेंद्र शास्त्री का विरोध करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना का एलान सवर्ण सेना ने किया है.
सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने बाबा बागेश्वर को सुरक्षा देने की शपथ ली है. सवर्ण सेना की ओर से एलान किया गया कि जो बाबा बागेश्वर का विरोध करेगा वो सही सलामत नहीं बचेगा. हम सनातनी बजरंगी बली के भक्त हैं. बाबा बागेश्वर भी बजरंग बली के सेवक हैं. पटना के गांधी मैदान में सवर्ण सेना के अध्यक्ष भागवत शर्मा कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे थे.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बिहार में दरबार लग रहा है. वह पटना में 13 मई से 17 मई तक दरबार लगाएंगे. बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेन्द्र शास्त्री पहले गांधी मैदान में दरबार लगाने वाले थे लेकिन उन्हें इसकी इजाजत सरकार ने नहीं दी. जिसके बाद पटना से 25 किलोमीटर दूर नौबतपुर के तरेत पाली मठ के पास उनका दरबार लगेगा. इस बावत 12 मई को ही पटना में उनका आगमन हो जाएगा.
आरजेडी के एक नेता ने तो ये कह दिया कि उनका यहां लाल कृ्ष्ण आडवानी वाला हाल होगा. ये नेता कोई और नहीं बल्कि रामचरित मानस पर विवादित बयान देने वाले बिहार के शिक्षामंत्री चन्द्रशेखर हैं. इससे पहले आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि बागेश्वर बाबा जैसे लोगों को जेल में होना चाहिए. यह चिंता की बात है कि वह जेल से बाहर हैं. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने इन सबों से एक कदम आगे बढ़कर कहा- अगर जरूरत हुई तो बाबा को बिहार से तड़ीपार कर देंगे.
सवर्ण सेना ने पंडित शास्त्री जी ने समर्थन की सपथ ली जिसके बाद तेज प्रताप यादव ने धमकी भरे लहजे में कहा कि सवर्ण सेना बागेश्वर बाबा की रक्षा करने की बात तो कह रही है, लेकिन करना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि 'शायद वह भूल रहे हैं कि बिहार में सरकार किसकी है।' इसे सीधे तौर पर चेतावनी की तरह देखा जा रहा है।
तेज प्रताप की बातें बिहार में जंगलराज की और इशारा कर रही हैं