
9 वर्षों में भारत कहां से कहां आ गया ये बताने की जरूरत नहीं, लेकिन एक बात सभी भारत वासियों को समझनी होगी की यदि अब मोदी हटा और सत्ता गलत हाथों में गई तो भारत 9 साल पहले जहां था शायद उससे भी कहीं पीछे हो जाए।
इसलिए देशवासियों ने भले ही राज्यों में किसी भी कारणवश किसीको भी चुना हो लेकिन लोकसभा में यदि गलती की तो परिणाम अत्यंत भयावह होगा। गजवा ए हिंद का जो एजेंडा चींटी को गति से रेंग रहा है वो चीते की चाल से आगे बढ़ते हुए देश को निगल जाएगा।
देश को नए आयामों तक ले जाने के लिए देश को जनता को भी अपने स्वार्थ का बलिदान देना होगा। मुफ्त की रेवड़ियो के चक्कर में गलत देश को गलत हाथों में सौंपकर अपनी आने वाली पीढ़ियों के साथ इतना बड़ा विश्वासघात नहीं करना है।
देश की विश्व में आज क्या छवि है ये बताने की जरूरत नहीं, देश आज कितना मजबूत है, विश्व में किस स्थान पर खड़ा है ये हर कोई आसानी से समझ सकता है। लीन हमारी एक गलती सबकुछ खत्म कर सकती है