हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने Hate speech को लेकर एक फैंसला सुनाया था साफ साफ निर्देश दिया था की " भले भी कोई शिकायत दर्ज की गई हो अथवा नहीं की गई हो लेकिन प्रशासन को मामला दर्ज करना ही है."
मुस्लिम संगठन हक ए हिंदुस्तान मोर्चा के अध्यक्ष तमन्ना हाशमी ने कहा कि द केरल स्टोरी के निर्देशक की जो आंख निकलेगा उसको हक-ए-हिंदुस्तान मोर्चा 21 लाख का इनाम देगा.
अब सवाल यह है कि क्या यह मामला हेट स्पीच (Hate speech) में आता है और क्या बिहार पुलिस इसपर संज्ञान लेते हुए इस मुस्लिम व्यक्ति के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करेगी?
और इससे भी गंभीर और विचारणीय बात यह है के आईएसआईएस जैसे खतरनाक आतंकी संगठन की पोल खोलने वाली फिल्म के विरुद्ध भारत का ही एक मुस्लिम संगठन खड़ा होता है और प्रोड्यूसर की आंख निकालने पर इनाम का ऐलान करता है तो क्या वह भारत में आईएसआईएस को रिप्रेजेंट कर रहा है? क्या वह आईएसआईएस के आतंकी एजेंडे को भारत में आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है?
ध्यान रहे यह संगठन उसी बिहार में कार्यरत है जहां पीएफआई व्यवस्थित तरीके से कार्य करते हुए भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए आगे बढ़ रहा था।
पुलिस कार्यवाही करे ना करे लेकिन NIA को राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गंभीरता से जांच करते हुए कठोर कार्यवाही करनी चाहिए।