29 मार्च को तमिलनाडु पुलिस मनीष कश्यप को ट्रांजिट रिमांड पर बिहार से तमिलनाडु लेकर गई और मदुरई कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने पहले 3 दिन की रिमांड पर मनीष कश्यप को भेजा और रिमांड खत्म होने पर जब वापस मनीष कश्यप को मदुरई जिला कोर्ट में पेश किया गया तो उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
अब मदुरई के एक पुलिस अधिकारी के हवाले से एनआईए ने बताया कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हमले के फेक वीडियो वायरल करने के आरोप में मनीष कश्यप के खिलाफ NSA के तहत कार्यवाही की गई है।
वैसे मनीष कश्यप के वकील एपी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में नियमित जमानत प्रदान करने हेतु याचिका दायर की हुई है साथ ही अलग-अलग राज्यों में मनीष कश्यप पर दर्ज हुए मामलों की सुनवाई एक जगह करने का निवेदन भी किया है।
सबसे महत्वपूर्ण मनीष कश्यप के वकील एपी सिंह ने पुलिसिया कार्यवाही पर सवाल उठाया है, उनका कहना है कि बिहार और पूर्वांचल के मजदूरों के साथ हुई ज्यादती का मुद्दा कई अन्य मीडिया संस्थानों और पत्रकारों ने भी उठाया था लेकिन कार्यवाही केवल मनीष कश्यप के विरुद्ध क्यों हो रही है?
आपको बता दें कि पुलिस ने बिहार पुलिस ने यूट्यूब पर के खिलाफ चौथा केस भी दर्ज कर दिया है। मनीष कश्यप और उसके दोनों दोस्तों ने अपनी वीडियो में कथित तौर पर गांधी जी की मौत पर जश्न मनाने और मुस्लिमों को मारने एवं मस्जिद जलाने की बात कही थी। इसी दावे के आधार पर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOW) ने मामला दर्ज किया है।
कुछ लोगों का कहना है कि मनीष कश्यप जैसे व्यक्ति के पीछे ना कोई संगठन है ना कोई नेता उन्हें बचाने आएगा लेकिन कट्टरपंथियों में यदि कोई बम भी बनाता है तो उनका नेता उनके बचाव में आगे आते हुए कहता है कि मुस्लिम बच्चे आत्मरक्षा के लिए बम बना रहे थे।
यह एक बहुत बड़ा अंतर है कट्टरपंथियों और हिंदुओं में। कट्टरपंथियों का समर्थन करने और उनका बचाव करने के लिए अनेकों लोग कार्यरत हैं अनेकों संगठन कार्यरत है चाहे वह कट्टरपंथी देशद्रोही ही क्यों ना हो , आतंकी ही क्यों ना हो। लेकिन हिंदुओं में यदि कोई गंदी राजनीति का शिकार बनाया जाता है तो उसे बचाने के लिए कोई आगे नहीं आता इसके कई उदाहरण भूतकाल में हुए और अब मनीष कश्यप भी वैसा ही एक उदाहरण कुछ लोग मानते हैं।
इसलिए सभी राइट विंगर से हमारा निवेदन है कि किसी नेता या किसी संगठन के ऊपर डिपेंड होकर कार्य बिल्कुल मत कीजिएगा क्योंकि वह कभी भी आप को बचाने के लिए आगे नहीं आएंगे। अपनी क्षमता अपने सामर्थ्य के अनुसार ही कार्य कीजिए कानून तथा संविधान को समझते हुए कार्य कीजिए और शत्रुओं की नजर में ज्यादा मत आइए वरना ऐसा हाल होगा कि पूरा जीवन बर्बाद हो जाएगा।