साजा विधानसभा के बीरनपुर में हुए हिंदू युवक की हत्या मामले को लेकर लोगों में आक्रोश लगातार दिख रहा है। इस दौरान घटना से लेकर के अब तक लोगों का आक्रोश जमीन पर और सोशल मीडिया पर देखा जा रहा है।
सोमवार को समूचे राज्य में बंद का असर दिखाई दिया। वही ट्विटर में 'छत्तीसगढ़ में तुगलक राज' ट्रेंड करता रहा। जिसमें लोगों ने छत्तीसगढ़ में सिलसिलेवार तरीके से विधर्मियों द्वारा की जा रही घटनाओं को लेकर ट्वीट किया। इस दौरान राष्ट्रवादी लोगों ने बढ़ चढ़कर ऐसी घटनाओं की भर्त्सना की है।
बिरनपुर की सड़कों पर आक्रोशित जन सैलाब उतर गया। बिरनपुर में जिस तरह सामूहिक हमला बोल कर भुनेश्वर को मौत के घाट उतारा गया, उससे बिरनपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में भारी आक्रोश है। सर्वाधिक दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि इतनी बड़ी वारदात के बाद, एक निर्दोष युवक की नृशंस हत्या के बाद सरकार की ओर से शोक व्यक्त करने तक कोई नहीं पहुंचा, क्योंकि मरने वाले हिन्दू है ..
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने कहा कि मुख्यमंत्री इस तरह की जेहादी उन्मादी हिंसा को संरक्षण दे रहे हैं। क्षेत्रीय विधायक और बड़े मंत्री संरक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो 38 नाम दिए गए हैं, उन सभी की गिरफ्तारी होनी चाहिए। उनके घर की जांच होनी चाहिए। उस गांव में बाहर से आकर जो लोग रह रहे हैं, उनकी जांच होनी चाहिए। उन पर कार्रवाई होना चाहिए। हम कहते हैं कि भुनेश्वर के हत्यारों को फांसी की सजा होनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, तुष्टिकरण की बीमारी से पीड़ित सरकार की संवेदनाएं मर गई हैं। बेकसूर हिन्दू मारा जाए तो कोई अफसोस नहीं और किसी उन्मादी का नाखून भी कट जाए तो सरकार का कलेजा फटने लगता है। यह कैसा राजधर्म है? छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के संरक्षण में सुनियोजित तरीके से हिंदुत्व पर हमला हो रहा है। यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जेहादी उन्मादियों के समर्थन में खुलकर सामने आ गई है। पूरा प्रदेश, पूरा हिन्दू समाज इस जेहादी उन्माद के खिलाफ आक्रोश में है और कांग्रेस ने दुखी परिवार को न तो सांत्वना दी और न ही इन जेहादियों के खिलाफ एक शब्द बोला। तुष्टिकरण की हद पार करते हुए कांग्रेस अपना चरित्र दिखा रही है और हिन्दू समाज के दुख को सांप्रदायिक ठहरा रही है। इससे अधिक निर्लज्जता कुछ और नहीं हो सकती।