एक मुश्लिम अपराधी ने हिन्दू महासभा के पदाधिकारियों को साजिशकर्ता बताया और मीडिया उसकी बात को ऐसे छाप रही है जैसे सुप्रीम कोर्ट ने कोई फैंसला सुना दिया हो , कहीं ऐसा तो नहीं की ये पूरा षड्यंत्र हो ताकि हिन्दू संगठनों को आरोपित बनाया जा सके और बताया जा सके की मुश्लिमों को फंसने की और दंगे करवाने की कोशिश खुद हिन्दू या हिन्दू संगठन करते हैं योगी सरकार / UP पुलिस पर पूरा विश्वास है की वो सत्य को उजागर करेगी और ज भी अपराधी है उसे सजा देगी, चाहे वो किसी भी धर्म /पंथ का हो या किसी भी संगठन का हो
आगरा में अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी को ज्ञापन देकर एत्माद्दौला में गोकशी के मामले की जांच कराने की मांग की। आरोप लगाया कि पुलिस के पास साक्ष्य हैं तो उन्हें पेश किया जाएगा। अगर उनकी संलिप्तता पाई जाएगी तो वह जेल जाने को तैयार हैं।
महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने अपर पुलिस आयुक्त को घटना के समय की गूगल लोकेशन, कॉल डिटेल सबूत के रूप में दीं। अपर पुलिस आयुक्त ने विवेचना कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। यहां के बाद पदाधिकारी सहायक पुलिस आयुक्त छत्ता आरके सिंह से मिलने पहुंचे। इस दौरान अखंड हिंदू महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन, बृजेश भदौरिया, सौरभ शर्मा, जितेंद्र कुशवाहा आदि मौजूद रहे।
यह था मामला
29 मार्च को एत्माद्दौला के गौतम नगर में गोकशी की घटना हुई थी। इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था। बृहस्पतिवार को पुलिस ने घटना का खुलासा किया। दो आरोपी इमरान कुरैशी और शानू उर्फ इल्ली को गिरफ्तार किया। उन्होंने अपने तीन साथियों से गोकशी कराई थी। पुलिस की पूछताछ में आरोपी इल्ली ने बताया था कि "गोकशी में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट मुख्य साजिशकर्ता थे। उनके साथ महासभा के ब्रजेश भदौरिया, सौरभ शर्मा और अजय भी शामिल थे।"