उसके एक दिन पहले जस्टिस जोसेफ ने कहा कि राजनीति को धर्म से अलग रखना चाहिए और यही हिंदुओं को निशाना बनाते हुए गैर हिंदूवादी विपक्षी दल कहते रहे हैं। आदरणीय जस्टिस जोसेफ धर्म यदि राजनीति से अलग करना चाहते हो तो वह सभी के लिए लागू होना चाहिए।
केरल का एक मुस्लिम महाराष्ट्र की हिंदुओं की रैली का मसला लाया तो आप उसके लिए आप गंभीरता से सुनवाई कर रहे हैं परंतु ASG तुषार मेहता की केरल में हो रही हिंदुओं के दमन और Hate Speeches की बात आप सुनने को तैयार नहीं थे - ऐसा भेदभाव क्या सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के लिए शोभनीय है?
हिंदुओं को बातें ही क्यों hate स्पीच में आती हैं? #GotoPakistan हेट स्पीच हो गई लेकिन #SarTanSeJuda का क्या??,
👉एक मुस्लिम एमएफ हुसैन किस तरह हिन्दू देवी देवताओं की नग्न तस्वीरें बनाया करता था परंतु आप लोग चुप रहे थे;
👉तस्लीम रहमानी ने टीवी में भगवान शंकर का अपमान किया जिस पर प्रतिक्रिया देने पर नूपुर शर्मा को आपके 2 होनहार जजों सूर्यकान्त और पारदीवाला ने बेइज़्ज़त करते हुए सारे फसाद की जड़ बता दिया; लेकिन रहमानी पर आपने कोई कार्रवाई नहीं की; शर्म कीजिए;
👉उस डिबेट को तोड़ मरोड़ कर जुबैर ट्वीट चलाता है, वह थी असली Hate Speech परंतु उसे छोड़ दिया जाता हैं - क्या यह हिंदुओं के खिलाफ Hate Action नहीं था;
👉George Ponniah, ईसाई Pastor कहता है -
“हम जूते इसलिए पहनते हैं क्योंकि भारत माता की गंदगी हम पर न चिपके -
मोदी के आख़िरी दिन बुरे होंगे-
भविष्य में मोदी और अमित शाह को कुत्ते और कीड़े खाएंगे”
यह थी Hate Speech - क्या आपने कभी संज्ञान लिया?
👉केजरीवाल का मंत्री राजेंद्र पाल हिंदुओं को बौद्ध बनाते हुए हिंदू देवी देवताओं को गाली बकता है, वो थी Hate Speech;
👉जमीयत उलेमा-ए-हिंद का मदनी हिंदुओं को देश छोड़ने को कहता है क्या वह Hate Speech नहीं है;
👉छोटा ओवैसी 15 मिनट पुलिस हटा कर 100 करोड़ हिंदुओं को ख़त्म करने की धमकी देता है और वारिस पठान कहता है - 15 करोड़ 100 करोड़ पर भारी हैं - उन्हें क्यों न कहा जाए कि पाकिस्तान चले जाओ;
👉कांग्रेस का मोहम्मद मुस्तफा कहता है हिंदुओं की ऐसी हालत कर दूंगा कोई सम्हाल नहीं सकेगा
👉तौकीर रजा कहता है कि हिंदुओं को भागने का रास्ता नहीं देंगे -
👉-स्वामी प्रसाद मौर्य रामायण के लिए अपशब्द बोलता है, रामचरितमानस जलाता है और बिहार के मुस्लिम नेता कहते हैं देश मुसलमानों के रहने लायक नहीं रहा - इन पर कभी मुंह खोला किसीने?
🤷🏻♂️वकील विष्णु शंकर जैन जब आपसे “सर तन से जुदा” नारे की बात करता है तो आप उसे फटकार मारते हैं
✊अच्छा हुआ तुषार मेहता ने बता दिया कि आपकी नज़र में किसी राज्य की सरकार नपुंसक हो सकती है परंतु केंद्र सरकार नपुंसक नहीं है, उसने Action लिया है PFI के खिलाफ - क्या PFI पर कोई स्वत संज्ञान लिया गया?
नोट : ये कोई सुप्रीम कोर्ट का अपमान नहीं अपितु आम जनमानस के मन में उठे सवाल है जिनका जवाब दिया जाना चाहिए, अन्यथा कोर्ट और कानून की प्रतिष्ठा धूमिल होगी और आप देख सकते है की कैसे लोग सोशल मीडिया पर देश के कानून और SC से संतुष्ट नजर आ रहे हैं।