जय भीम जय मीम
एक और हिन्दू लड़की हुयी लव जिहाद की शिकार, लड़की राजनितिक दृष्टि से दलित है लेकिन रिजवान की दृष्टि में तो काफिर ही है. बाकि कथित दलित संगठनों को कोई दिक्क्त नहीं , हाँ लड़का यदि सवर्ण होता तो रावण अब तक काफिले के साथ लड़की के घर पहुँचकर लड़के को फांसी की सजा सुना देता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला वाराणसी के थाना क्षेत्र जैतपुरा का है। यहाँ गोपाल बाग इलाके में ज्ञानचंद सोनकर नाम के व्यक्ति का लूम चलता है जहाँ वो कपड़े बनाने का काम करते हैं। इसी लूम में राजापुर का रहने वाला रिज़वान बुनकर के तौर पर काम करता था। लूम मालिक ज्ञानचंद के घर में 20 वर्षीया दलित लड़की सोनम झाड़ू-पोंछा आदि करने आया करती थी। सोनम मूल रूप से पड़ोसी जिले मिर्जापुर की रहने वाली थी जो अपने परिवार के साथ डिगिया मोहल्ले में किराये पर वाराणसी में रहती थी।
बताया जा रहा है कि इसी लूम में काम करने के दौरान रिज़वान और सोनम की आपस में बातचीत होने लगी थी। आरोप है कि रिज़वान सोनम से निकाह करना चाहता था, लेकिन सोनम के घर वाले रिज़वान के मुस्लिम होने की वजह से तैयार नहीं थे। इस बीच रिज़वान को इस बात का भी शक होने लगा था कि सोनम किसी और लड़के से बात करती है। घटना के दिन शनिवार को भी सोनम हर दिन की तरह मकान मालिक ज्ञानचंद के घर काम करने आई। इसी दौरान रिज़वान भी वहाँ पहुँच गया।
कहा जा रहा है कि मुलाकात के दौरान रिज़वान और सोनम में काफी बहस हुई। थोड़ी देर के झगड़े के बाद रिज़वान ने सोनम का गला दबा कर मार डाला। यह हत्या सोनम के ही दुपट्टे से गला घोंट कर की गई थी। सोनम के मरने पर रिज़वान ने उनकी लाश को कपड़े से बाँध कर ग्राउंड फ्लोर पर बने सीवर चैंबर में फेंक दिया। दावा यह भी किया जा रहा है कि रिज़वान ने खुद ही अपने लूम मालिक ज्ञानचंद को सोनम की हत्या की जानकारी दे दी थी। इस बीच सोनम के घर वाले उसे तलाशते हुए पहुँचे तो उन्हें सोनम की हत्या की जानकारी मिली।
आखिरकार सोनम के घर वालों ने जैतपुरा पुलिस स्टेशन में रिज़वान के खिलाफ तहरीर दी। बताया जा रहा है कि मृतका के परिजनों ने रिज़वान पर कड़ी कार्रवाई की माँग करते हुए सड़क पर धरना भी दिया। फिलहाल पुलिस ने FIR दर्ज कर के आरोपित रिज़वान को हिरासत में ले लिया है। सोनम की लाश को छेनी-हथौड़ी से सीवर की टंकी तोड़ कर बरामद कर लिया गया है। पुलिस रिज़वान से पूछताछ के साथ मामले की जाँच कर रही है