बंगाल में हिंदुओं का जीना अत्यंत पीड़ादायक हो चुका है, हिंदू बच्चियों को जेहादी उठा ले जाते हैं , बलात्कार कर मार देते हैं और इंसाफ मांगने पर पुलिस द्वारा डंडे बरसाए जाते हैं।
उत्तर दिनाजपुर जिले के कलियागंज प्रखंड के मलगा क्षेत्र के राजबंशी नाबालिग छात्र डॉली बर्मन (जन्म 12/10/2005) पिता बिलासु बर्मन. पड़ोस के कालुडांगा गांव के जावेद अख्तर के पिता हाजी (उपनाम) 20/04/2023 को इस बच्ची के साथ लापता हो गए.
20 तारीख की दोपहर कालियागंज थाने के पंचायत प्रधान (महिला) पति ज्ञानेंद्र राय व एसआई दीपांकर दास की मौजूदगी में लड़का-लड़की दोनों पक्ष चर्चा के लिए बैठे.
जब लड़की पक्ष ने लड़की को अपने कब्जे में लेना चाहा तो लड़के पक्ष ने नाबालिग लड़की को सौंपने से इनकार कर दिया.
बच्ची का शव 21 अप्रैल की सुबह स्थानीय तालाब के पानी में तैरता हुआ मिला था.
लड़की के परिवार का दावा है कि जावेद अख्तर और 4-5 अन्य लोगों ने लड़की के साथ बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी.
इस घटना में 21 की दोपहर आक्रोशित भीड़ ने साहेबघाटा चौराहे पर शव को लेकर सड़क जाम कर दिया. स्थानीय पुलिस प्रशासन ने सड़क जाम हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया और परिवार के किसी भी सदस्य को लिए बिना साक्ष्य नष्ट करने के लिए शव को ले गए।
उक्त घटना के दोषियों के लिए अनुकरणीय सजा की आवश्यकता है। इसको लेकर बुद्धिजीवी मुखर हैं।
जबा राय गंगारामपुर, मम्पी सिंह चोपड़ा, सोमा सरकार कालियागंज, प्रमिला बर्मन गंगारामपुर और आज डॉली बर्मन.......... और कितनी हिन्दू लड़कियों को लव जिहाद का शिकार होना है....
आखिर कहां गए वो मजहबी जो अतीक की मौत पर हाहाकार मचा रहे थे, अब वो निकलेंगे कैंडल मार्च? अब लगाएंगे नारे ममता प्रशासन के खिलाफ? आखिर क्या गलती थी इस हिंदू बच्ची की जिसे मजहबी रक्षशों ने मौत के घाट उतार दिया वो भी कथित पाक महीने में...क्या ये सब काम हलाल है? जी हां ...क्योंकि लड़की काफिर है...
जागो.....सरकार और प्रशासन जागो। ....जागो हिंदू जागो