Delhi: प्रगति मैदान में पुस्तक मेला लगा हुवा है, जिसमें एक स्टाल पर मुफ्त में बाइबल बांटने पर विवाद खड़ा हो गया और लोगों ने इसका विरोध भी किया
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक घटना बुधवार (01 मार्च, 2023) के दोपहर की बताई जा रही है। धार्मिक किताब का मुफ्त वितरण करने वाले संस्था के लोगों ने प्रदर्शनकारियों पर धार्मिक किताब और पोस्टर फाड़ने का आरोप लगाया। हालाँकि मेला आयोजकों और दिल्ली पुलिस ने किसी तरह के किताब फाड़े जाने से इनकार किया है।
दिल्ली के प्रगति मैदान में लगे विश्व पुस्तक मेले (World book fair) में एक क्रिश्चियन एसोसिएशन द्वारा लगाए गए द गिडियन्स इंटरनेशनल स्टॉल पर मुफ्त में बाइबिल बाँटी जा रही थी। अब ये बात तो सभी जानते हैं कि आखिर मिशनरियों द्वारा या क्रिश्चियन एसोसिएशन द्वारा यह किताब में क्यों बांटी जा रही होंगी। बस इसीलिए कुछ समझदार लोगों ने इनके मंतव्य को भागते हुए इनका विरोध किया और मुफ्त पुस्तक बांटने से रोकना चाहा।
बस फिर क्या था स्टॉल पर बैठे वॉलिंटियर ने विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर ही आरोप लगा दिया कि उन्होंने पोस्टर फाड़े और किताबें फाड़ी लेकिन इस आरोप को दिल्ली पुलिस ने और मेला आयोजकों ने साफ-साफ नकार दिया। वॉलेन्टियर ने ये भी कहा, कि “प्रदर्शनकारियों ने हम पर किताबों के वितरण के बहाने लोगों पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने का आरोप लगाया (खैर ये आरोप कोई बोगस आरोप नहीं है)
दिल्ली पुलिस ने पूरे घटनाक्रम पर जानकारी दी है कि मेले में एक विरोध प्रदर्शन तो हुआ था लेकिन कोई किताब नहीं फाड़ी गई थी और न ही किसी तरह की हिंसा हुई। दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्होंने बुक स्टॉल के वॉलेन्टियर्स और पुस्तक मेले के सदस्यों को बुलाया था। कोई भी शिकायत दर्ज कराने को तैयार नहीं था। इसके बाद भी पुलिस ने मौके का मुआयना किया। लेकिन कोई भी किताब फटी हुई नहीं मिली।
इस पूरे प्रकरण में अच्छी बात यह है अब लोग इन मिशनरियों के मंतव्य समझने लगे हैं और बहुत से जागरूक सनातनी आवश्यकता पड़ने पर इनका विरोध भी कर रहे हैं