इस निर्णय से कुछ लोगों के स्थान विशेष इस तरह झुलसे की फैसले का स्वागत तो मजबूरन किया लेकिन साथ ही तंज कसा की इतनी कम राशि क्यों आवंटित की है...👇
अखिलेश यादव ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर का सहारा लेते हुए सरकार से मांग किया, 'रामनवमी मनाने के लिए यूपी के जिलाधिकारियों को एक लाख रुपये दिए जाने के प्रस्ताव का स्वागत है लेकिन इतनी कम रकम से होगा क्या, कम से कम 10 करोड़ देने चाहिए जिससे सभी धर्मों के त्योहारों को मनाया जा सके. बीजेपी सरकार त्योहारों पर फ्री सिलेंडर दे और इसकी शुरुआत रामनवमी से हो.'
👆आली दर्द यही है की आखिर हिंदू त्योंहार पर खर्चा क्यों किया जा रहा है? हिंदी त्योंहार को बढ़ावा क्यों दिया जा रहा है "सभी धर्मो के त्योंहारों" को मनाया जाय...
नवरात्रि और रामनवमी पर सरकार का यह है प्लान
22 मार्च से नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुर्गा सप्तशती और रामनवमी पर अखंड रामायण पाठ कराने का फैसला किया है. इसका आयोजन सरकारी स्तर पर होगा जिसके लिए जिलाधिकारियों को धनराशि आवंटित की जाएगी.
जिलाधिकारियों से मंदिरों का ब्यौरा मांगा गया है ताकि वहां आयोजन कराए जा सकें. साथ ही डीएम को देवी मंदिर और शक्ति पीठों में कलाकार चयन और समितियां बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं. सरकार ने इसके लिए राज्य स्तर पर दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं.
सरकार की ओऱ से कहा गया है कि इन कार्यक्रमों में महिलाओं और बालिकाओं की भागीदारी विशेष रूप से होनी चाहिए. आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों का विवरण और फोटोग्राफ संस्कृति विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे.