एक ताजा अफवाह जिसका उद्देश्य कट्टर हिंदुओं को VHP,RSS के विरुद्ध भड़काना और सेकुलर हिंदुओं में सेक्युलरिज्म का कीड़ा मजबूत करना था...
अफवाह : हिमाचल में सत्यनारायण मंदिर में हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के का निकाह हुवा, जो सामाजिक समरसता को मजबूत करता है। मंदिर VHP, RSS द्वारा संचालित है और निकास की VHP, RSS का सहयोग मिला
👆 ऐसी खबरों को पढ़कर हिंदुओं के मन में आरएसएस और VHP के विरुद्ध द्वेष उत्पन्न हो जाता है और यही इन खबरों का उद्देश्य होता है। कुछ हिंदू तो अविवेक और धैर्य हीनता का परिचय देते हुए RSS ,VHP जैसे संगठनों को भला बुरा भी कहने लगते हैं। खैर ऐसे ही विरोध से Rss और VHP इसकी प्रतिक्रिया देते हुए सत्य भी उजागर करते हैं और कई बार कार्यवाही भी करते हैं। (बस हिंदू विरोध करते समय शब्दों का चयन ठीक से करें इसका ध्यान रखें...क्योंकि हो सकता है विरोध केवल अफवाह के कारण हो रहा हो)
सच:- अब जानिए की इस खबर का सच क्या है
मंदिर में हुए निकाह को लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष लेखराज राणा ने मंगलवार (7 मार्च 2023) को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। इस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मंदिर में मुस्लिम लड़की और मुस्लिम लड़के के निकाह की खबर उन्हें मिली है। मंदिर विश्व हिंदू परिषद के ट्रस्ट का है। लेकिन इसका उपयोग स्थानीय लोगों द्वारा किया जाता है। निकाह मंदिर परिसर के सराय में हुआ है। लेखराज राणा के अनुसार निर्धारित शुल्क देकर लोग शादी समेत अन्य धार्मिक कार्यों के लिए इस सराय का उपयोग करते हैं।
विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि निकाह का विश्व हिंदू परिषद से कोई लेना देना नहीं है। साथ ही, विश्व हिंदू परिषद मंदिर में निकाह जैसी इस्लामिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के पक्ष में नहीं है। इसके अलावा विज्ञप्ति में जाँच समिती गठित कर जाँच व कार्रवाई करने की भी बात कही गई है।
मंदिर के मैनेजर विनय ने मंदिर में हुए निकाह में लव जिहाद के एंगल को इनकार करते हुए बताया है कि लड़का और लड़की दोनों मुस्लिम हैं। चूँकि लड़की की दादी हिंदू थी, इसलिए उन्होंने लड़की के पिता का नाम हिंदुओं के नाम की तरह महेंद्र सिंह मलिक रखा था।
विनय ने यह भी बताया है कि मंदिर परिसर में बने कम्युनिटी हॉल को किराए पर देने से पहले कई तरह की शर्तें रखी जाती हैं। इसमें सबसे बड़ी शर्त शुद्धता की होती है। इस निकाह में भी किसी तरह के मांस, मदिरा आदि का उपयोग नहीं हुआ। बल्कि शुद्ध शाकाहारी भोजन बना था। खाना बनाने वाले लोगों से लेकर बैंड वाले तक सभी हिंदू थे। विनय ने आगे कहा है कि इस निकाह में सबसे बड़ी बात यह रही कि निकाह शुरू होने से पहले बैंड वालों ने सबसे पहले हिंदू धर्म की प्रार्थना ‘ॐ जय जगदीश हरे…’ बजाई थी।
निष्कर्ष: अफवाहों का दौर चल रहा है हिंदुओं को सावधान रहना होगा भले ही कुछ लोग अपने ही हिंदू संगठनों से सहमत ना हो लेकिन आशाओं के दम पर उनका विरोध करना नैतिकता नहीं है। विरोध कीजिए लेकिन सही विरोध जिसके पीछे कारण सच्चा हो मनीषा सच्ची हो और शब्दों का चयन सही हो।
✊ झूठे मीडिया संस्थानों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए बस इसी सोच के साथ हमने एक ट्वीट किया यदि आपको उचित लगे तो रिट्वीट अवश्य कीजिएगा