पंजाब यूनिवर्सिटी में हिंदू छात्रों को होली मनाते देख मुस्लिम छात्र भड़क गए और होली मनाते हिंदुओं पर हमला कर दिया। - घटना इस्लामिक मुल्क पाकिस्तान की..
होली के त्यौहार पर शांतिप्रिय मजहब वाले पाकिस्तान में यह जो घटना हुई यह कई बातों की तरफ ध्यान आकर्षित करता है पर पहले हम इस घटना के बारे में थोड़ा सा आपको बताते हैं
पाकिस्तान के लाहौर स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी में होली खेल रहे हिन्दू छात्रों पर हमले की खबर है। यह हमला इस्लामी जमीयत तुलबा (IJT) नाम के एक कट्टरपंथी संगठन ने किया है। इस हमले में 15 छात्रों के घायल होने की सूचना है। पीड़ित छात्रों ने दावा किया है कि उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से इस आयोजन की अनुमति ले रखी थी। आरोप है कि यूनिवर्सिटी के गार्डों ने भी हमलावरों का पक्ष लिया। इस मामले में अभी तक कोई FIR दर्ज नहीं हुई है। घटना सोमवार (6 मार्च 2023) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंध काउंसिल के महासचिव कासिफ ब्रोही ने भी हिन्दू छात्रों द्वारा कार्यक्रम की अनुमति लेने की पुष्टि की है। उनका कहना है कि इसी कार्यक्रम के दौरान इस्लामी जमीयत तुलबा के सदस्य यूनिवर्सिटी कैम्पस में पहुँच गए। माना जा रहा है कि इस कट्टरपंथी समूह को यूनिवर्सिटी में हो रहे आयोजन की जानकारी हिन्दू छात्रों द्वारा फेसबुक पर की गई पोस्ट से मिली थी। तब उन्होंने सोशल मीडिया पर ही हिन्दू छात्रों को धमकाया भी था। इस घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं
घटना के दिन सोमवार को कार्यक्रम के दौरान ही IJT के सदस्य विश्वविद्यालय कैम्पस में पहुँच गए। उन्होंने वहाँ पहुँचते ही हिन्दू छात्रों को धमकियाँ देना शुरू कर दिया। कुछ ही देर बाद हाथापाई शुरू हो गई। होली के इस कार्यक्रम के दौरान लगभग 30 हिन्दू छात्र मौजूद थे। हमलावरों के हाथों में बंदूकें और डंडे होने का दावा किया जा रहा है। आरोप है कि हमलावरों ने अपने हाथों में कुरान ले रखी थी। इस दौरान मची अफरातफरी में होली का कार्यक्रम रद्द हो गया। इस घटना के विरोध में जब हिन्दू छात्र यूनिवर्सिटी के कुलपति के ऑफिस में विरोध दर्ज करवाने पहुँचे तब वहाँ मौजूद गार्डों ने भी उन्हें डंडों से पीटा।
एक अन्य वीडियो में एक छात्र ने खुद को पत्थर मारे जाने का आरोप लगया है। वहीं दूसरे छात्र का कहना है कि वो यूनिवर्सिटी में सुरक्षित नहीं हैं। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने हाथों में कागज ले रखे हैं। उन्हें ‘सेव माइनॉरिटी’ के नारे लगाते सुना जा सकता है। इसके अलावा वह ये भी कहते हैं कि उनके पास कोई भी आजादी नहीं है, उन्हें होली खेलने पर पत्थर मारा जा रहा है
खैर अब इन विचारों को कौन बताया कि माइनॉरिटी का सबसे ज्यादा ध्यान केवल भारत में ही रखा जाता है भले ही वह वास्तव में मानव हो ही ना। फिर भी हमेशा ज्ञान केवल हिंदुओं को ही दिया जाता है जिनके साथ में हर मजहब और पंथ के लोग सुरक्षित हैं लेकिन दूसरों के पास हिंदू सुरक्षित नहीं है यदि वह माइनॉरिटी है
और इसी सच को हिंदू समझने के लिए तैयार नहीं इसलिए वह प्रताड़ित हो रहे हैं पीट रहे हैं और जीने की भीख मांग रहे हैं।
सेकुलरिज्म वालों को इस घटना से इतना तो समझना होगा कि वह जब तक मेजॉरिटी में है सुरक्षित है जिस दिन माइनॉरिटी बनेंगे ना वह अपने त्यौहार मना पाएंगे और ना ही वह ढंग से जी पाएंगे