गीता वीडियो एवम पंचांग
गीता अध्याय 02 (सांख्ययोग) श्लोक 08
आज का पंचांग
गुरुवार, २३/०३/२०२३,
चैत्र प्रतिपदा, युगाब्ध - ५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - द्वितीया शाम 06:20 तक तत्पश्चात तृतीया
⛅दिनांक - 23 मार्च 2023
⛅दिन - गुरुवार
⛅शक संवत् - 1945
⛅अयन - उत्तरायण
⛅ऋतु - वसंत
⛅मास - चैत्र
⛅पक्ष - शुक्ल
⛅नक्षत्र - रेवती दोपहर 02:08 तक तत्पश्चात अश्विनी
⛅योग - इंद्र 24 मार्च प्रातः 03:43 तक तत्पश्चात वैधृति
⛅राहु काल - दोपहर 02:18 से 03:49 तक
⛅सूर्योदय - 06:41
⛅सूर्यास्त - 06:52
⛅दिशा शूल - दक्षिण दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:07 से 05:54 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:22 से 01:10 तक
⛅व्रत पर्व विवरण - चेटीचंड, भगवान झुलेलाल जन्मोत्सव, शहीद दिवस
⛅विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🔹चैत्र नवरात्रि (22 से 30 मार्च 2023)🔹
🌹 नवरात्रि की द्वितीया तिथि पर मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। देवी ब्रह्मचारिणी ब्रह्म शक्ति यानी तप की शक्ति का प्रतीक हैं । इनकी आराधना से भक्त की तप करने की शक्ति बढ़ती है । साथ ही, सभी मनोवांछित कार्य पूर्ण होते हैं ।
🌹 नवरात्रि की द्वितीया तिथि यानी दूसरे दिन माता दुर्गा को शक्कर का भोग लगाएं ।इससे उम्र लंबी होती है ।
🔹लक्षमी प्राप्ति साधना🔹
🌹 श्रीमद् देवीभागवत में वर्णित नवरात्रि में जप से श्रेष्ठ लक्ष्मीप्राप्ति का दुर्लभ मंत्र ।
🌹 नवरात्रि में मंत्र जप से श्रेष्ठ लक्ष्मी - प्राप्ति होती है । इस मंत्र से लक्ष्मी जी महालक्ष्मी होकर भोग और मोक्ष देनेवाली बनती है ।
मंत्र - "ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा"
🌹 सप्तमी, अष्टमी, नवमी ये 3 दिन, व्यास जी ने कहा कि ये 3 दिन का जप, पूजन, व्रत करे तो नवरात्रि का फल प्राप्त होगा । ब्रम्हचर्य का पालन, दिया जलाकर प्राणायाम आदि करके माता की प्रसन्नता, शक्ति की उपासना का ये मंत्र है । ॐ बीज मंत्र है, बड़ा शक्तिशाली है । श्रीं भी बीज मंत्र है । ह्रीं भी बीज मंत्र है । क्लिं भी बीज मंत्र है । ऐं भी बीज मंत्र है । इसमें 5 बीज मंत्र है ।
🌹 इन बीज मंत्रों में दैविक शक्तियों के पुंज के पुंज छिपे है और आपके अन्दर जो केंद्र है उनको ये बीज मंत्र सेंसिटिव करेंगे, प्रभावित करेंगे ।
🔹चेटीचंड - 23 मार्च 2023🔹
🌹 23 मार्च 2023 गुरुवार को चैत्र सुद दूज चेटीचंड पर्व है । उस दिन रात को चंद्रमा को मंत्र बोलते हुए अर्घ्य दें । मन ही मन यह शुभ संकल्प करें कि, मेरा मन शांत रहे, भक्ति में लगे । गुरु चरणों में लगे ।
मंत्र : ॐ बालचन्द्रमसे नमः (3 वार)
🔹काम-धंधे में बरकत के लिए🔹
🔹नौकरी या काम-धंधे में बरकत नहीं आती हो तो गाय की धूलि लेकर उसको ललाट पर लगाकर काम-धंधे पर जाएँ । धीरे-धीरे बरकत होने लगेगी और विघ्न हटने लगेंगे ।
🔹पेट सम्बन्धी तकलीफों में🔹
🔹नींबू के रस में सौंफ भिगो दें और जितना नींबू का रस, उतना ही सौंफ भी लें । फिर सौंफ में थोड़ा काला नमक या संत कृपा चूर्ण मिलाकर तवे में सेंक कर रख दो । ये लेने से पेट का भारीपन, बदहाजमी दूर होगी और भूख खुलकर लगेगी । कब्ज की तकलीफ भी ठीक हो जायेगी ।
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