राजस्थान पुलिस पर लगातार आरोप लग रहे हैं पहले गौ तस्करों की हत्या के मामले में गलत प्रकार से गौ सेवकों को फंसाने के आरोप फिर गौ सेवक को पकड़ने गए तो वहां गर्भवती मां की कोख उजाड़ने का आरोप और अब जब एक गौ सेवक को पकड़ा तो उसे पीट-पीटकर उससे ब्लैंक पेपर पर साइन करवाने का आरोप
आखिर वह लोग अब क्यों चुप हैं जो 2 गांव तस्करों के मरने पर पूरा आसमान सर पर उठा ले रहे थ। लेकिन वही लोग अब एक बच्चा जो इस दुनिया में आया भी नहीं था उसकी मौत पर चुप्पी साधे बैठे हैं। अरे वह गौ तस्कर तो अपराधी थे ना जाने कितने बेजुबान जानवरों को उन्होंने मौत के घाट उतारा था लेकिन यह बच्चा जो धरती पर अपनी आंखें खोलने को बस तैयार ही था कि उसे मौत के घाट राजस्थान पुलिस ने उतार दिया।
इतना ही नहीं जब श्रीकांत जिसे पकड़ने के लिए पुलिस रात को उसके घर गई तोड़फोड़ की गर्भवती महिला को धक्का मारा जिससे वह बच्चा मर गया उस श्रीकांत को पकड़ने के बाद कस्टडी में लगभग 40 घंटे रखा उसे मारा-पीटा और ब्लैक पेपर पर साइन करवाया। क्या भारत का कानून यह सब करने की अनुमति देता है यदि नहीं तो आखिर इन पुलिसवालों पर कार्यवाही कौन करेगा जो कानून को अपनी जागीर समझ कर अपने अनुसार उसे चलाते हैं।
और ऐसे ही लोगों के कारण पुलिस प्रशासन बदनाम होता है ऐसे ही कुछ लोगों के कारण देश की जनता जिसे पुलिस वालों को देखकर हिम्मत मिलनी चाहिए वह पुलिस वालों को देखकर डरती है और अपराधी जिन्हें इनसे डर लगना चाहिए वह इन पुलिस वालों से बेखौफ होते हैं।
आरोप है कि पुलिस की दबिश के दौरान मामले में आरोपित श्रीकांत कौशिक की गर्भवती पत्नी के साथ मारपीट की गई। इससे नवजात मृत पैदा हुआ। इस मामले में हरियाणा के नगीना थाने में राजस्थान पुलिस के कई स्टाफ के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई है। हालाँकि राजस्थान की भरतपुर पुलिस पुलिस ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। लेकिन श्रीकांत के परिवार ने ऑपइंडिया से बातचीत में राजस्थान पुलिस को झूठा करार दिया है।
श्रीकांत के चाचा के मुताबिक 16 फरवरी 2023 की सुबह करीब 3 बजे पुलिस ने उनके घर दबिश दी। पुलिस श्रीकांत के चचेरे भाई विष्णु और अश्विन को उठाकर ले गई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस हरकत के कारण उनके परिवार के लोग भयभीत हैं।
40 घंटे रखा हिरासत में, मारे थप्पड़
विष्णु कौशिक ने ओपिंडिया को बताया कि लगभग 40 घंटे तक उन्हें गोपालगढ़ के पहाड़ी थाने में रखा गया। इस दौरान उन्हें थप्पड़ मारे गए। 2 सादे कागजों पर दस्तखत करवाए गए। विष्णु का भी कहना है कि राजस्थान पुलिस ने उनके सामने श्रीकांत की पत्नी से मारपीट की थी।
श्रीकांत को बेगुनाह बताते हुए उनके चाचा प्रवीण कुमार ने मामले की CBI जाँच की माँग की है। उनका कहना है कि 90 percent मुस्लिम आबादी के बीच रह कर हिंदुत्व का काम करना ही श्रीकांत का गुनाह है। घटना के पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका जताते हुए उन्होंने कहा कि श्रीकांत को पहले भी झूठे केसों में फँसाने की कोशिश हो चुकी है। बताया जा रहा है कि श्रीकांत की पत्नी अब खतरे से बाहर है। उनका इलाज घर के ही पास के एक अस्पताल में चल रहा है।
बच्चे के शव का होगा पोस्टमार्टम
श्रीकांत की माँ दुलारी ने 18 फरवरी 2023 को हरियाणा के नूँह के नगीना थाने में शिकायत देते हुए राजस्थान पुलिस पर आरोप लगाया था। इस शिकायत पर हरियाणा पुलिस ने रविवार (19 फरवरी 2023) को मृत बच्चे का शव मरोड़ा गाँव के श्मशान से निकाला।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नूंह जिले के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला के मुताबिक श्रीकांत की माँ की शिकायत पर अभी केस दर्ज नहीं किया गया है। उनका कहना है कि पुलिस जाँच के साथ सबूत जुटा रही है। इस मामले में जिसका भी दोष सामने आएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
राजस्थान की कॉन्ग्रेस सरकार पर, जो मुस्लिम तुष्टिकरण की हदों को पार करती हुई दिख रही है। वहाँ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार है। राजस्थान पुलिस भी सरकार की प्रवक्ता के रूप में काम करते हुए ये दावा कर रही है कि जुनैद और नासिर की हत्या गोरक्षकों ने की है। रिंकू सैनी द्वारा कबूलनामे की बात कही जा रही है, लेकिन श्रीकांत के साथ हुए व्यवहार को देख कर अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि ये कबूलनामा कैसे लिया गया होगा।
तुष्टीकरण के चक्कर में राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा गौ रक्षकों को टॉर्चर और गौ रक्षकों को मलाई
राजस्थान में विधानसभा चुनाव भी होने हैं, ऐसे में सभी पार्टियाँ अपनी-अपनी रोटियाँ सेंकने में लगी हुई हैं। ओवैसी की पार्टी ने यहाँ की 40 सीटों पर लड़ने का ऐलान किया है। ऐसे में उन्होंने प्रचार अभियान की शुरुआत जुनैद-नासिर को ‘शहीद’ बता कर की। घाटमीका गाँव में जाहिदा खान की मौजूदगी में एक पंचायत भी बुलाई गई। मृतकों के परिवारों को 15-15 लाख रुपए और आश्रितों को नौकरी का ऐलान किया गया। इतना ही नहीं, मंत्री की तरफ से 5-5 लाख रुपए अलग से दिए गए।