बंटेगा तो कटेगा.... दलित, सवर्ण में बंटोगे तो कट्टरपंथी तो अपना काम करेंगे ही
दलित की बारात पर मुसलमानों ने हमला किया लेकिन चारों तरफ शांति है। खास बात ये को मामला रफा दफा भी हो चुका है, वहीं यदि अपराधी गलती से कोई सवर्ण होता तो आप सब जानते हैं की क्या क्या हाई वोल्टेज ड्रामे चल रहे होते।
ये वास्तविकता है की कथित दलित संगठन हों या कोई अन्य समाजसेवी संगठन हो, कोई एनजीओ हो या कोई बुद्धिजीवी ये सब एजेंडे के तहत चलते हैं और हिंदुओं को आपस में तोड़ने का एजेंडा चलाते हैं। तभी तो जब मामले सवर्ण दलित का होता है तो उसे जोर शोर से हर प्रकार से उठाया जाता है लेकिन जब मामला दलित और मुस्लिम का होगा और अपराधी मुसलमान हो तो उस मामले को जितना जल्दी हो सके रफा-दफा करके शांत कर दिया जाता है और कोई मीडिया कोई बुद्धिजीवी कोई दलित हित चिंतक इस मामले में कुछ नहीं बोलता।
मामला राजस्थान के भरपूर का है लेकिन ना कोई मीडिया में खबर आ रही है ना कोई डिबेट हो रही है ना ही कोई दलित हित चिंतक इस बारे में कुछ बोल रहे हैं। कारण यह है कि पीटने वाला तो दलित है परंतु पीटने वाला कोई सवाल ना होकर मुसलमान है इसलिए इस मामले को कोई खासा संज्ञान नहीं लिया जाएगा।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
राजस्थान के भरतपुर जिले में दलित समुदाय की एक शादी में मुस्लिम पक्ष द्वारा विवाद किए जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि बारात निकासी के दौरान गाँव के सरपंच द्वारा बारातियों के साथ मारपीट की गई है। इस विवाद की शुरुआत बारात में बज रहे DJ को बंद करवाने की कोशिश से शुरू हुई। झगड़े में कुल 3 लोग घायल हो गए हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। घायलों में 1 पीड़ित की हालत गंभीर है। हमलावरों पर डॉ भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर को पैरों से कुचलने का भी आरोप है। पुलिस ने केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। घटना मंगलवार (21 फरवरी 2023) रात की बताई जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला कामां थाना क्षेत्र के गाँव सबलाना का है। घटना के दिन अनुसूचित जाति के मुकेश जाटव की बहन आरती की शादी थी। बारात बगल के जुरहरा थानाक्षेत्र के गाँव नौनेरा से आई थी। मुकेश का आरोप है कि बाराती DJ बजाते हुए उनके घर की तरफ आ रहे थे। इस दौरान उसी सबलाना गाँव के नदीम, सोहिल, मौसम, जमशेद, अफरोज, धोनी, मुस्तकीम, सलमान, सबबा, फैज़ान, मुल्ला, और मुनफेद ने बारातियों से DJ बंद करने को कहा। इस बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। इसी दौरान आरोपित बारात में डॉ भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर को देख कर भड़क गए और उसे नीचे फेंक कर उसे पैरों से कुचल डाला।
मुकेश का आरोप है कि इसी बहस के बीच में आरोपितों ने बारातियों पर हमला बोल दिया। हमलावरों के हाथों में लाठी-डंडों के अलावा फरसा जैसे धारदार हथियार भी बताए जा रहे हैं। इस बीच 2 हमलावरों ने दूल्हे के गले में पड़ी नोटों की माला भी छीन ली। बताया जा रहा है कि माला में कुल 11 हजार रुपए के नोट थे। हमलावरों ने बीच-बचाव करने आए घराती मुकेश जाटव की जेब में रखे 32 हजार रुपए भी छीन लिए।
पीड़ित मुकेश का आरोप है कि शोरगुल मचने के चलते घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई। इस दौरान हमलावर भाग निकले। जाते-जाते उन्होंने पीड़ित से कानूनी कार्रवाई करने पर जान से मार डालने की भी धमकी दी। पीड़ितों का आरोप है कि मारपीट के दौरान आरोपितों ने सोने के गहने भी लूट लिए। आरोप यह भी है कि इस से पहले भी गाँव के दलितों को मुस्लिमों ने प्रताड़ित किया है। इसी के साथ हमलावरों ने दुबारा गाँव में बरात चढ़ाने पर इसी तरह के अंजाम भुगतने के लिए धमकाया है।
घटना में शिकायतकर्ता मुकेश जाटव को मिला कर दलित समुदाय के कुल 3 लोग घायल हुए हैं जिसमें नरेश नामक पीड़ित की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ IPC की धारा 143, 341, 323, 336, 379, 506 और 504 के साथ SC/ST एक्ट में केस दर्ज किया गया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है।
राजस्थान पुलिस का कहना है कि वह इस प्रकरण पर कठोर से कठोर कार्यवाही करेगी लेकिन यह कितनी जल्दी और कब होगी और कितनी कठोर होगी यह तो खैर समय ही बताएगा। काश यह कार्यवाही उतनी ही तेज और कठोर हो जितनी हाल ही में गौ भक्तों के ऊपर राजस्थान पुलिस द्वारा की गई थी #MonuManesar