बाबा बागेश्वर का विरोध सबसे पहले हिंदुओं ने ही क्यों किया ?
हिंदुओं में गद्दारों की कोई कमी नहीं है एक ढूंढो हजार मिलते हैं... ये बात एक बार फिर बाबा बागेश्वर के मामले में भी एकदम सही साबित हो रही है ।
बाबा बागेश्वर ने बार बार हर टीवी न्यूज चैनल पर इंटरव्यू में यही कहा कि वो बाला जी की कृपा से सनातन का झंडा गाड़ देंगे.. टोपी वालों को सीता राम बुलवा देंगे और ईसाई बन गए लोगों की घर वापसी करवा देंगे । ये तो सनातन धर्म के हित की बात थी लेकिन सनातन धर्म का चोला ओढ़ने वाले भगवा कपड़े पहने लोग ही बाबा बागेश्वर के विरोध में उतर आए
नागपुर के अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के श्याम मानव भी हिंदू हैं लेकिन कम्युनिस्ट हैं और उनके बाद जोशी मठ के शंकराचार्य के दावेदार अविमुक्तेश्वरानंद ने बाबा बागेश्वर का विरोध करते हुये कहा है कि अगर धीरेंद्र शास्त्री, जोशी मठ में आई दरारों को ठीक कर दें तो वो मानेंगे कि चमत्कार है ।
-श्रीरामचरित मानस में एक चौपाई है...
ऊंच निवास नीच करतूती । देखि ना जाई पराई विभूति ।।
जब श्रीराम का राजतिलक होने जा रहा था तब देवताओं ने सरस्वती माता के पास जाकर निवेदन किया कि किसी तरह मंथरा की बुद्धि फेर दें ताकी श्री राम को वनवास हो
इसी पर तुलसी दास जी ने देवताओं पर व्यंग्य कसा था..
ऊंच निवास नीच करतूती । देखि ना जाई पराई विभूति ।
अर्थात इनका निवास ऊंचा है लेकिन करतूत नीची है... जो दूसरे लोगों का आनंद और वैभव बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं ।
ठीक वैसे ही शंकराचार्य जैसे महान और ऊंचे पद के दावेदार होकर अविमुक्तेश्वरानंद 27 साल के धीरेंद्र शास्त्री से ईर्ष्या के कारण इस तरह के अनर्गल वचन बोलते हैं ये बहुत दुख की बात है ।
धीरेंद्र शास्त्री के गुरु श्री रामभद्राचार्य जी महाराज ने एबीपी न्यूज पर लाइव में जवाब दिया है कि अविमुक्तेश्वरानंद जोशमठ के शंकराचार्य के दावेदार हैं पहले वो हार मानें फिर हम चमत्कार से जोशी मठ ठीक कर देंगे ।
इसके अलावा धीरेंद्र शास्त्री जी का विरोध कांग्रेस के नेताओं की तरफ से शुरू हो चुका है । कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान दिया है कि अगर बागेश्वर के पास सिद्धि है तब भी उन्हें सिद्धि दिखानी नहीं चाहिए ।
मध्य प्रदेश में विधानसभा में कांग्रेस विधायको के नेता गोविंद सिंह ने बाबा बागेश्वर पर तंज कसते हुए कहा है कि अगर बाबा चमत्कारी हैं तो एमपी का सारा कर्ज उतार दें और एमपी को नंबर वन स्टेट बना दें । वही अनर्गल प्रलाप ।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी बाबा बागेश्वर पर अनुचित टिप्पणी करते हुए कहा कि उनको जेल भिजवाया जाए
साफ है ओवैसी ने भी अब तक बाबा बागेश्वर के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया । किसी मुस्लिम नेता ने बागेश्वर पर कोई टिप्पणी नहीं की जबकि सुल्ताना नाम की एक मुस्लिम महिला को बाबा बागेश्वर ने मंच पर घरवापसी करवाई है लेकिन बाबा बागेश्वर का सबसे ज्यादा विरोध सिर्फ और सिर्फ हिंदुओं के अंदर से हो रहा है । यही हिंदू धर्म की गद्दारी का सबसे बड़ा सबूत भी है
सच्चाई ये है कि अगर हिंदू एक हो जाए तो किसी मुसलमान नेता की हिम्मत नहीं कि वो हिंदुओं का अपमान करे । ये मौका तो हिंदू ही मुसलमानों को देते हैं इसीलिए सेक्युलरिज्म हिंदू धर्म के खिलाफ मौजूद एक सबसे बुरी चीज है .
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