यह बात बिल्कुल सच है कि ईश्वर की कृपा उन पर भी होती है जो उनकी भक्ति करते हैं, और रामचरितमानस की गिलहरी की कथा इसी करुणा का प्रतीक है। यह दिखाता है कि ईश्वर किसी को भी भूलता नहीं है, और तुलसीदास की रामकथा ने ईश्वर के इस विशाल हृदय और सभी जीवों के प्रति प्रेम को उजागर किया है। यह विश्वास कि ईश्वर हर किसी की याद रखता है, रामचरितमानस की घटनाओं से स्पष्ट होता है।
रामचरित मानस में गिलहरी के योगदान को याद किया गया है। गिलहरी ने सेतु निर्माण में अपनी भूमिका निभाई थी। यह घटना दर्शाती है कि ईश्वर छोटे से छोटे प्रयास को भी महत्व देता है।ईश्वर का यह रूप करुणा का प्रतीक है, जहाँ वह देव, असुर और ऋषि जैसे बड़े प्राणियों के साथ-साथ एक छोटी गिलहरी को भी याद रखता है।

