अगर हिंदुओं ने खुद ठीक से पढ़े होते तो वह किसी प्रकार के षड्यंत्र में ना फास्ट और ना ही आपस में लड़ते... लेकिन दुर्भाग्य
हिंदुओं ग्रंथों को पढ़ो ताकि सच पता रहे और आप किसी के मोहरे ना बनो
अगर हिंदुओं ने खुद ठीक से पढ़े होते तो वह किसी प्रकार के षड्यंत्र में ना फास्ट और ना ही आपस में लड़ते... लेकिन दुर्भाग्य
हिंदुओं ग्रंथों को पढ़ो ताकि सच पता रहे और आप किसी के मोहरे ना बनो