पाकिस्तान में शांतिप्रिय मुसलमान हिंदुओं के घरों से महिलाओं को उठा के जाते है और पुलिस जो खुद मुस्लिम ही होते है तो उनके अनुसार ये काम शबाब का होता है तो वो भी उन अपराधियों के साथ खड़े होते है... ऐसी मानसिकता क्या भारत में नहीं है? है! और ये मानसिकता तेजी से बढ़ रही है.. यदि इस गंदी मानसिकता को रोका नहीं गया तो...
ये मानसिकता असली रावण है और इसका अंत होना जरूरी है, अन्यथा भविष्य में नवरात्रि में पूजा के लिए हिंदू बच्चियों मिलना कठिन हो जाएंगी