देश में कुछ लोग है जो देश को अपनी ही तरह बर्बाद करना चाहते है, बात बात पर देश के लोगों से सड़कों पर आने का आवाहन करते है लेकिन चुकी जनता है जो सब जानती है तो वो सड़कों पर नहीं आती अपितु वो अपने काम में व्यस्त है क्योंकि उनके पास काम है
कुछ लोग है जो ऐसे मक्कारों के झांसे में आ जाते है और इनके साथ साथ ताल से ताल मिलाकर बेवकूफी करते हैं ऐसे लोग अपने दिमाग की बत्ती जलाएं और देश के साथ आगे बढ़ें ना कि जो सड़क पर आ गए हैं उनके साथ सड़क पर आकर उपद्रव मचाएं